अधीर रंजन बोले, ‘क्रिसमस’ को देखते हुए शीतकालीन सत्र की तारीख तय की जानी चाहिए

संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू हो रहा है। यह 29 दिसंबर को समाप्त होगा। इस सत्र में 17 बैठकें होंगी। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले छह दिसंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई। जिसमें विभन्न दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। शीतकालीन सत्र से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष की ओर से कुछ सुझाव आए हैं। स्पीकर और चेयरमैन की अनुमति के बाद चर्चा होगी। 47 पार्टियों में से 31 पार्टियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम सत्र को छोटा, बंद कर त्योहर मनाने के लिए नहीं कह रहे बल्कि सरकार को इसके बारे में सोचने के लिए कह रहे। सरकार 24-25 विषयों पर चर्चा कराना चाहती है जिसके लिए समय नहीं, क्योंकि यह सत्र 17 दिन का है। सर्वदलीय बैठक के बाद चौधरी ने कहा कि हमने सरकार को कहा है कि जैसे हिंदू, मुस्लिम के त्योहार होते हैं वैसे ईसाई लोगों का भी त्योहार होता है। यह बात ईसाई लोगों के त्योहार के समय ध्यान रखनी जरूरी है।उनकी जनसंख्या कम है लेकिन यह बात हमें सोचनी चाहिए।

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