एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। शिवसेना, झारखंड मुक्ति मोर्चा जैसी पार्टियों के साथ हाल ही में समर्थन देने के बाद मुर्मू को अप्रत्याशित समर्थन मिलने के बाद नंबर गेम उनके पक्ष में हैं। उन्हें पहले ही बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी का समर्थन मिल चुका था। शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला और महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी द्वारा पद के लिए दौड़ने से इनकार करने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को विपक्षी उम्मीदवार चुना गया था। शनिवार को, उन्होंने भाजपा सांसदों से अपील की कि वे उन्हें वोट दें। राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग खूब देखने को मिल रही है। चाहे वो कांग्रेस हो या फिर एनसीपी विधायकों के अपने-अपने दावे हैं।
ओडिशा और असम में कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग
ओडिशा से कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम ने दावा किया है कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार मुर्मू को वोट किया है। बताया जा रहा है कि मुकीम पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाने के चलते पिछले कुछ दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे हैं। वहीं बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएऱ के विधायक करिमुद्दीन बारभुइया ने दावा किया है कि असम में कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। करिमुद्दीन के मुताबिक, कांग्रेस ने रविवार को वोटिंग बुलाई थी. इसमें सिर्फ 2-3 विधायक पहुंचे थे।
एनसीपी में भी लगी सेंध
एनसीपी विधायक का कहना है कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात एनसीपी विधायक कांधल एस जडेजा का कहना है कि उन्होंने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है।