कश्मीर में अब फिजा पूरी तरह बदल चुकी है। पहला मल्टीप्लेक्स भी आ गया है और अब यहां फैशन शोज़ भी होने लगे हैं जिसमें युवा बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। श्रीनगर के सिटी मॉल में एक मेगा कश्मीर फैशन शो का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी दिखी। फैशन शो के आयोजन में भारतीय सेना ने भी सहयोग दिया। कश्मीर विरासत सप्ताह में आयोजित किये गये फैशन शो में कई मॉडलों की भागीदारी रही और जनता से उन्हें जो समर्थन मिला उससे उनके चेहरों की रौनक बढ़ गयी।इस फैशन शो में पारंपरिक कश्मीरी पोशाक के अलावा पश्चिमी पोशाकें भी दर्शाई गईं। कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि ऐसे आयोजनों का उद्देश्य युवाओं को एक मंच प्रदान करना है ताकि वह रैंप पर अपनी प्रतिभा दिखा सकें और यहां के फैशन डिजाइनरों को कश्मीरी उत्पादों को वैश्विक ब्रांड बनाने का अवसर मिल सके। आयोजकों ने बताया कि फैशन शो में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में मॉडलों और कलाकारों ने पंजीकरण कराया था लेकिन हमने समय की बाध्यता के कारण सिर्फ 30 मॉडलों का ही चयन किया। आयोजकों ने कहा कि यह दर्शाता है कि कश्मीर की जनता और यहां का युवा क्या सोचता है और यह उत्साह आगे के आयोजनों के सफल होने का संदेश भी दे रहा है।दूसरी ओर, फिल्मों में कश्मीर की वादियों को तो खूब दिखाया जाता है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कश्मीर में कोई सिनेमाघर नहीं है। दरअसल 90 के दशक में जब यहां आतंकवाद और कट्टरवाद बढ़ा तो उसका सबसे पहला शिकार सिनेमाघर ही हुए थे। हमलों के बाद यहां जो छोटे-छोटे सिनेमाघर थे वह बंद हो गये थे। अनुच्छेद 370 हटाये जाने से पहले जिस तरह का माहौल था उसको देखते हुए किसी की हिम्मत भी नहीं थी कि कोई कश्मीर में सिनेमाघर खोलने की सोच भी ले। लेकिन अब हालात बदले हैं। लोग मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं और विकास प्रक्रिया तेज हुई है तो कश्मीर के लोगों को भी वह सुविधाएं और मनोरंजन के साधन मिल रहे हैं जोकि देश के दूसरे हिस्सों में बहुत पहले से उपलब्ध हैं। इसी कड़ी में कश्मीर में 30 सालों के अंतराल के बाद कोई सिनेमाघर खुलने जा रहा है। आइनोक्स मल्टीप्लेक्स सिनेमा खुलने की खबर से कश्मीर घाटी के लोगों की खुशी देखते ही बन रही है।