कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को कहा कि जो कांग्रेस की विचारधारा पर नहीं चलेगा उसके लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। रंधावा ने यहां मीडिया से कहा, ‘‘पार्टी में अनुशासन बनाए रखना मेरा व प्रदेश अध्यक्ष का काम है। कांग्रेस पार्टी में उन लोगों की जरूरत है जो कांग्रेस की विचारधारा को अपनाते हैं। जो पार्टी की विचारधारा पर नहीं चलेगा उसके लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है।’’ राजस्थान सरकार के राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने शुक्रवार को विधानसभा में महिला अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा तो रात में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। इसपर रंधावा ने कहा कि यह सामूहिक फैसला था। साथ ही रंधावा ने कहा कि पार्टी को नीचा दिखाना उनकी आदत हो गई थी।
गुढ़ा द्वारा पहले भी कुछ विवादास्पद बयान दिए जाने पर रंधावा ने कहा कि उनकी उन गुढ़ा से बात हुई थी और ‘‘गुढ़ा ने कहा कि आइंदा ऐसा नहीं होगा मैं पार्टी के साथ चलूंगा।’’ विधानसभा में शुक्रवार को एक विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों ने मणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर पोस्टर लहराए। तब गुढ़ा ने बीच में अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था, राजस्थान में, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हैं और राजस्थान में जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं महिलाओं के ऊपर, मणिपुर के बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। इसके तुरंत बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इसको लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा।
इसका जिक्र करते हुए रंधावा ने कहा, ‘‘गुढ़ा की टिप्पणी से पहले व उसके बाद नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने एकदम जो अपनी प्रतिक्रिया दी और नाम लेकर दी उसकी हम जांच करेंगे कि कहीं इनकी सांठगांठ तो नहीं थी।’’वहीं मणिपुर की स्थिति पर रंधावा ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार वहां कुछ नहीं करना चाहती। रंधावा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जी के पास मन की बात के लिए समय है, राजग की बैठक के लिए समय है, चुनावी रैलियों के लिए समय है लेकिन उनके पास मणिपुर पर बयान देने के लिए समय नहीं है… प्रधानमंत्री ने मणिपुर पर बयान उस समय दिया जब उच्चतम न्यायालय ने हस्तक्षेप किया।