कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के बाद आज शशि थरूर ने प्रचार भी शुरू कर दिया है। इसके साथ ही शशि थरूर ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से समर्थन की अपील की है। थरूर ने दावा किया है कि कांग्रेस के भीतर लोकतंत्र है। अपने बयान में शशि थरूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अंदर जो लोकतंत्र था उसको हम दिखा रहा हैं यह कोई और पार्टी के अंदर नहीं है… मैंने एक लेख लिखा था कि पार्टी में क्यों चुनाव जरूरी है जिसके बाद पार्टी के कई लोग और कार्यकर्ताओं ने संपर्क कर मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा। उन्होंने इस बात को बार बार कहा कि चुनाव ऐलान के बाद कई लोगों, आम कार्यकर्ताओं ने मुझसे चुनाव लड़ने को कहा। कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि मैंने सोचना और लोगों से बात करना शुरू किया…मैं बस इतना चाहता हूं कि पार्टी मजबूत हो और मैं पार्टी के भीतर बदलाव की आवाज बनूं और लोगों को अपना अलग चेहरा दिखाऊं। शशि थरूर ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे साहब महत्वपूर्ण अंग है। वे बहुत वरिष्ठ नेता हैं और अगर टॉप 3 नेताओं में उनका नाम तो आएगा ही। वे राज्य सभा में विपक्ष के नेता भी हैं और हर अहम विषय में उनका नाम होता है। राजस्थान में भी जब समस्या हुई उस पर भी खड़गे साहब जयपुर गए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह लड़ाई नहीं है… पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनने दें, यह हमारा संदेश है। मैं कह रहा हूं कि अगर आप पार्टी के काम से संतुष्ट हैं, तो खड़गे साहब को वोट दें। अगर आप बदलाव चाहते हैं, मैं हूं। लेकिन कोई वैचारिक समस्या नहीं है।
इससे पहले शशि थरूर ने नामांकन के बाद कहा था कि मैंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है जिसमें 50 लोगों ने मेरा समर्थन किया है। यह आंकड़ा 60 होगा क्योंकि एक और जगह से फॉर्म आ रहा है जिसे हम 3 बजे के पहले दाखिल करेंगे। देश के 12 राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमारी मदद की है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे आश्वासन दिया कि पार्टी का कोई आधिकारिक उम्मीदवार नहीं है, गांधी परिवार इस दौड़ में तटस्थ रहेगा और वे अधिक से अधिक उम्मीदवारों का स्वागत करते हैं। इसी भावना से मैंने अपनी उम्मीदवारी को आगे बढ़ाया। यह किसी का अनादर नहीं करना है; एक दोस्ताना प्रतियोगिता है।