बिहार कृषि विभाग जंगली सुअरों और घोड़परास पर नियंत्रण को लेकर बड़ा अभियान चलाने जा रहा है। कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य के 34 जिलों में घोड़परास की कुल संख्या 2,95,866 तथा 30 जिलों में जंगली सूअर की संख्या 67,255 प्रतिवेदित है। घोड़परास झुण्ड में आकर फसलों को बरबाद करता है तथा फसल को चर जाते हैं। साथ ही, फसलों को चबाकर एवं कुचलकर बर्बाद कर देते हैं। घोड़परास से बीज उत्पादन में भी काफी क्षति हो रही है। उन्होंने कहा कि वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, पंचायती राज विभाग, कृषि विभाग तथा गृह (पुलिस) विभाग के क्षेत्रीय पदाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित कर घोड़परास एवं जंगली सूअर की समस्या के समाधान की रणनीति तैयार की जा रही है।
कृषि मंत्री ने बताया कि वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा सूचीबद्ध आखेटकों / शूटरों, सभी वन प्रमंडल पदाधिकारियों तथा घोड़परास और जंगली सूअर के चिन्हित जिलों में से प्रत्येक जिले के 10-10 मुखिया के साथ बैठक आयोजित कर इनकी संख्या को नियंत्रित करने हेतु आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। बता दें कि आज यानी बुधवार को कृषि विभाग द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहयोग से सूचना भवन के संवाद कक्ष में कृषि विभाग के कार्यक्रम और उपलब्धि को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कृषि मंत्री मंगल पांडेय , सचिव कृषि विभाग संजय कुमार अग्रवाल ,कृषि निदेशक मुकेश अग्रवाल मौजूद रहे।