मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को भाजपा संसदीय बोर्ड से उन्हें हटाए जाने के संबंध में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि कुछ आगे बढ़ते हैं और कुछ प्रवाह से निकलते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संसदीय बोर्ड में योग्य कार्यकर्ता हैं। दरअसल, भाजपा ने हाल ही में केंद्रीय संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन किया था। जिसमें शिवराज सिंह चौहान और नितिन गडकरी को जगह नहीं मिली।
एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भाजपा के कार्यकर्ता हैं, एक बड़े लक्ष्य को सामने रखकर सालों से काम कर रहे हैं। जब काम करना शुरू किया था तो पता भी नहीं था कि मैं विधायक भी बनूंगा। आपातकाल में 17 साल की उम्र में जेल चला गया था, 1984 में जेपी आंदोलन से जुड़ गया था। उन्होंने कहा कि कभी कल्पना नहीं की थी कि विधायक बनूंगा, सांसद बनूंगा और मुख्यमंत्री बन जाऊंगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्पित कार्यकर्ता होने पर पार्टी तय करती है कि आप कौन सा काम करेंगे। मध्य प्रदेश में हम लोग सोचते हैं कि किससे क्या काम लेना है। ऐसे में भाजपा जो भी काम तय कर दे उसे पूरी मेहनत और प्रमाणिकता के तौर पर निभाना है, इसी मिशन के तहत आप काम करते हैं। अपने बारे में क्यों देश के बारे में सोचिए, आपके बारे में पार्टी सोचेगी।
खुशी-खुशी बिछाऊंगा दरी
उन्होंने कहा कि ये तो संगठन का प्रवाह है, कुछ लोग रहते हैं, कुछ आगे बढ़ते हैं, कुछ निकलते हैं, ये तो स्वभाविक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि संसदीय बोर्ड की टीम में पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण पूरा देश शामिल है। इसके लिए मैं जेपी नड्डा जी को बढ़ाई देता हूं। संसदीय बोर्ड में एक से एक योग्य कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है। मुझे कतई यह अहम नहीं है कि मैं योग्य हूं। मैं पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं, अगर मुझे दरी बिछाने का काम दे दिया जाए तो मैं उसे राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का काम समझकर दरी भी बिछाऊंगा।