केजरीवाल की शिक्षा में सुधार की सलाह पर भड़के असम के मंत्री

गोवाहाटी में सार्वजनिक क्षेत्र के 16 स्कूलों के बंद होने के बाद राज्य सरकार ने राज्य के 34 और स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस साल 10वीं की परीक्षा में शून्य पास प्रतिशत वाले स्कूलों को अन्य स्कूलों में मिलाने के फैसले को लेकर आज भाजपा नीत असम सरकार पर निशाना साधा। केजरीवाल ने आज ट्वीट कर कहा कि स्कूल बंद करना कोई समाधान नहीं है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि स्कूल बंद करना समाधान नहीं है। हमें तो अभी पूरे देश में ढेरों नए स्कूल खोलने की ज़रूरत है। स्कूल बंद करने की बजाय स्कूल को सुधार कर पढ़ाई ठीक कीजिए। केजरीवाल का बयान समय में आया है जब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा एचएसएलसी (हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट) और एएचएम (असम हाई मदरसा) परीक्षाओं, 2022 में छात्रों की कमी और शून्य परिणाम के कारण 1,000 से अधिक प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों कोएकत्रीकरण प्रक्रिया के चलते कई स्कूल पहले ही बंद करने का निर्णय ले चुके हैं। अब केजरीवाल के आरोपों पर असम सरकार के मंत्री की तरफ से  बयान सामने आया है। असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि सबसे पहली बात कि असम में स्कूलों को बंद नहीं किया जा रहा है, बल्कि समग्र शैक्षिक वातावरण में सुधार के लिए समामेलित किया जा रहा है!इसके साथ ही हजारिका ने कहा कि आदरणीय सीएम केजरीवाल जी को बोलने का कोई अधिकार नहीं है। शैक्षिक उत्थान पर उनके फर्जी ‘दिल्ली मॉडल स्कूल’ का समय-समय पर भंडाफोड़ किया गया है।” हजारिका ने दिल्ली में शिक्षा की गुणवत्ता को “नष्ट” करने के लिए दिल्ली में केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की आलोचना की। मंत्री ने आरोप लगाया है कि कक्षा 10 के उत्तीर्ण प्रतिशत को 2011 में 90.09 प्रतिशत से घटाकर 2022 में 81.27 प्रतिशत कर दिया गया है।

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