केजरीवाल सरकार का दावा, पांच साल में दिवाली के अगले दिन प्रदूषण का स्तर सबसे कम

दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। प्रदूषण को लेकर राजनीति भी देखने को मिलती है। हालांकि, दिवाली के अगले दिन दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ जाता है। इसके अलावा प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए कई काम के दावे भी किए जाते हैं। इन सबके बीच केजरीवाल सरकार ने दावा किया है कि पिछले 5 साल में दिवाली के अगले दिन प्रदूषण का स्तर सबसे कम रहा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में जिन स्थानों पर प्रदूषण का स्तर अधिक है, वहां 150 ‘स्मॉग गन’ तैनात की जाएंगी। इसके साथ हू उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस साल 30 प्रतिशत तक कम पटाखे फोड़े गए, लोग जागरुक हो रहे हैं।पर्यावरण मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब ने केंद्र की मदद के बिना पराली जलाए जाने पर नियंत्रण किया। इस साल दिवाली पर 1019 घटनाएं सामने आईं जबकि पिछली बार इनकी संख्या 3,032 थी। वहीं, इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शहर में प्रदूषण के प्रकोप को थामने के लिए राजधानी वासियों द्वारा किये जा रहे प्रयास उत्साहजनक हैं, लेकिन अभी लंबी दूरी तय करनी है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि प्रदूषण के क्षेत्र में दिल्लीवासी काफ़ी मेहनत कर रहे हैं। काफ़ी उत्साहजनक नतीजे आये हैं। पर अभी लंबा रास्ता तय करना है। दिल्ली को दुनिया का सबसे बेहतरीन शहर बनायेंगे।

दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’

दिवाली के बाद की सुबह दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, लेकिन अनुकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों ने प्रदूषक तत्वों को तेजी से जमा होने से रोका और स्थिति पिछले वर्षों से अपेक्षाकृत बेहतर रही। राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार सुबह सात बजे 326 रहा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के पड़ोसी शहरों गाजियाबाद (285), नोएडा (320), ग्रेटर नोएडा (294), गुरुग्राम (315) और फरीदाबाद (310) में भी हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। मंगलवार सुबह अपेक्षाकृत बेहतर वायु गुणवत्ता का मतलब यह नहीं है कि यह अच्छी हवा है।

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