केम्पेगौड़ा प्रतिमा उद्घाटन समारोह को लेकर हो रही राजनीति

जनता दल सेक्युलर ने आरोप लगाया है कि पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा को केम्पेगौड़ा की प्रतिमा के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था। आपको बता दें कि 11 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केम्पेगौड़ा की प्रतिमा का उद्घाटन किया था। दूसरी ओर भाजपा ने दावा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री को राज्य सरकार की ओर से आमंत्रित किया गया था। इन सबके बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी का बड़ा बयान आया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि भाजपा इस पूरे मुद्दे पर राजनीति कर रही है।अपने बयान में कुमारास्वामी ने कहा कि बीजेपी राजनीति कर रही है। निमंत्रण पर उनका नाम छापे बिना वे उसे कैसे बुलाएंगे? उन्होंने कार्ड पहले ही वितरित कर दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम ने 10 नवंबर को रात 9.30 बजे फोन किया। 12.45 बजे, उन्होंने किसी के माध्यम से एक पत्र भेजा, जिसने इसे गार्डों को सौंप दिया। उन्होंने साफ कहा कि वे इसका बचाव कैसे करेंगे? अगर वह आमंत्रित करना चाहते थे, तो उन्हें किसी मंत्री या मुख्य सचिव को भेजना चाहिए था और आधिकारिक निमंत्रण में अपना नाम छापना चाहिए था।  कुमारास्वामी ने कहा कि आधिकारिक कार्यक्रम में उनके नाम के बिना, वे उन्हें कैसे बुलाएंगे और उन्हें कैसे समायोजित करेंगे? अब, वे बचाव कर रहे हैं कि उन्होंने उन्हें आमंत्रित किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेंगलुरु के संस्थापक नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फुट ऊंची प्रतिमा का शुक्रवार को अनावरण किया। ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ के अनुसार, यह शहर के संस्थापक की पहली और सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा है। ‘‘स्टैच्यू ऑफ प्रॉस्पेरिटी’’ (समृद्धि की प्रतिमा) नामक यह प्रतिमा बेंगलुरु के विकास के लिए केम्पेगौड़ा के योगदान को याद करती है। यह प्रतिमा 218 टन वजनी (98 टन कांसा और 120 टन इस्पात) है। इसे यहां केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थापित किया गया है। इसमें लगी तलवार चार टन की है।

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