चीनी विदेश मंत्री से मिले ब्लिंकन, कहा: अमेरिकी संप्रभुता का उल्लंघन अस्वीकार्य

चीन के कथित जासूसी गुब्बारे को लेकर संबंधों में आई कड़वाहट के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को अपनेचीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की और अमेरिकी संप्रभुता के “अस्वीकार्य” उल्लंघनका मुद्दा उठाया। उन्होंने चेतावनी दी कि यूक्रेन युद्ध में रूस को मदद पहुंचाने को लेकर चीन पर पाबंदियां लगाई जा सकती हैं। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने शनिवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से इतरयह बातचीत की।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, “विदेश मंत्री ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में चीन के निगरानी गुब्बारे के कारण अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून के अस्वीकार्य उल्लंघन को लेकर सीधी बात की और कहा कि इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकत दोबारा नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने कहा, ‘‘भेंट के दौरान ब्लिंकन ने स्पष्ट किया कि अमेरिका अपनी संप्रभुता का कोई भी उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेगा और चीनी गुब्बारा कार्यक्रम — जिसने पांच महाद्वीपों के 40 से अधिक देशों के हवाई क्षेत्रों में अतिक्रमण किया है– दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है।’’

अमेरिका और चीन के रिश्तों में तब और खटास आ गई थी जब अमेरिका ने कहा कि चीन ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में एक जासूसी गुब्बारा छोड़ा, जिसे अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने राष्ट्रपति जो बाइडन के आदेश पर नष्ट कर दिया। गुब्बारा प्रकरण के बाद ब्लिंकन ने अपनी निर्धारित चीन यात्रा रद्द कर दी थी। अगर ब्लिंकन 5-6 फरवरी को चीन की यात्रा करते तो यह बीते पांच साल में किसी अमेरिकी विदेश मंत्री का पहला चीन दौरा होता।

दोनों देश इस यात्रा को कड़वाहट भरे रिश्तों को बेहतर बनाने के अवसर के तौर पर देख रहे थे। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच इस बातचीत से पहले वांग ने शनिवार को कहा था, ‘‘ (चीनी गुब्बारे को मार गिराने की अमेरिकी) हरकत यह नहीं दर्शाता है कि अमेरिका बड़ा एवं मजबूत है बल्कि यह बिल्कुल विपरीत कहानी कहती है।’’

ब्लिंकन ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर भी बात की। प्राइस ने बताया, “”यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर युद्ध को लेकर विदेश मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चीन रूस को भौतिक समर्थन प्रदान करता है या प्रणालीगत प्रतिबंधों से बचने में उसकी सहायता करता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

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