उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र में मवई बुजुर्ग गांव के बाईपास पर एक डंपर की टक्कर लगने से उसमें फंसकर स्कूटी सवार एक महिला करीब तीन किलोमीटर तक घिसटती रही। एक पुलिस अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि घर्षण के कारण डंपर और स्कूटी में आग लग गई, जिससे महिला की जलकर मौत हो गई। शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) श्यामबाबू शुक्ला के मुताबिक, कृषि विश्वविद्यालय, बांदा में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक पुष्पा सिंह (35) बुधवार शाम करीब साढ़े छह बजे सब्जी खरीदकर अपनी स्कूटी से जा रही थीं, तभी रास्ते में मवई बुजुर्ग गांव के बाईपास के नजदीक एक डंपर ने उसकी स्कूटी में टक्कर मार दी। टक्कर से सिंह डंपर के अगले हिस्से में फंसकर स्कूटी समेत करीब तीन किलोमीटर तक घिसटती चली गईं। उन्होंने बताया कि इससे स्कूटी और डंपर में आग लग गई और सिंह जिंदा जल गईं। एसएचओ ने बताया कि वर्ष 2020 में सहायक लेखाकार पद पर तैनात रहे रंजीत कुमार की मृत्यु हो गई थी। उन्हीं के स्थान पर उनकी पत्नी पुष्पा की नियुक्ति हुई थी। शुक्ला ने बताया कि डंपर के चालक को पकड़ लिया गया है और डंपर को जब्त कर लिया गया है जबकि महिला के अधजले शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। एसएचओ ने बताया कि डंपर के चालक ने पूछताछ में बताया कि उसे स्कूटी डंपर में फंस जाने की जानकारी हो गयी थी, लेकिन महिला के भी फंसने से वह अनभिज्ञ था।शुक्ला ने बताया कि चालक ने बताया कि भय की वजह से उसने डंपर नहीं रोका और आग लग जाने के बाद वह भागा, लेकिन बाद में पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों की माने तो हादसे के दौरान किसी ने उसकी (महिला की) चीख-पुकार नहीं सुनी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि मृतमहिला का शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल लाया गया था। उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि महिला की मौत हादसे के बाद जलने से हुई। उन्होंने बताया किपोस्टमॉर्टम हो चुका है और रिपोर्ट पुलिस को भेज दी गयी है।