दिवाली के मौके पर वडोदरा में भड़की हिंसा

गुजरात के वडोदरा में दिवाली की रात पटाखे जलाने को लेकर दो गुटों के बीच जमकर विवाद हुआ, जो बाद में हिंसा में तब्दील हो गया। ये विवाद लगभग रात 12.30 बजे हुआ। दंगाइयों ने पत्थरबाजी और आगजनी की जमकर की। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने घटना स्थल पहुंची। पुलिस के डर के बिना ही दंगाइयों ने पेट्रोल बम फेंके। जानकारी के मुताबिक ये घटना पानीगेट के मुस्लिम मेडिकल सेंटर के पास हुई है।

मौके पर पहुंचे डीसीपी यशपाल जगनिया ने बताया कि पुलिस मामले की जानकारी मिलते ही घटना स्थल पहुंची और हालात काबू में किए। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अबतक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है। पुलिस ने चश्मदीदों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए है। जानकारी के मुताबिक दंगाइयों ने शहर में बवाल किया है, जिसमें एक अधिकारी भी जख्मी होते हुए बाल बाल बचे है। दंगाइयों ने पुलिस पर भी पेट्रोल बम फेंके।

बता दें कि कुछ ही समय में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में वडोदरा में हिंसा होना सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से बड़ी चुनौती मानी जा रही है। हालांकि पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषिय़ों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। दोषियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने जगह जगह छापेमारी शुरू कर दी है।

पहले ही हुई है हिंसा की घटनाएं 

गुजरात के वडोदरा में धार्मिक झंडा लगाने को लेकर विवाद इतना बढ़ा की दो गुटों के बीच शुरू हुई बहस पत्थरबाजी तक पहुंच गई। मामला वडोदरा के सावली का है, जहां दो गुट आपस में अपने अपने झंडे को एक खंभे पर लगाने के लिए आपस में भिड़ गए। कुछ ही समय में दोनों गुटों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि उपद्रवियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के दौरान घटना स्थल के आस पास की दुकानों और गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर दी। झंडा लगाने को लेकर हुआ विवाद वडोदरा में सावली थाने के पुलिस अधिकारी के मुताबिक पत्थरबाजी की घटना धामीजी के डेरा इलाके में हुई। यहां दो गुट बिजली के खंभे पर अपने धार्मिक झंडे लगाने के लिए आपस में भिड़ गए। दोनों गुटों ने एक दूसरे के झंडे लगाए जाने का जमकर विरोध किया जिसके बाद मामला बढ़ गया और ये हिंसा में तब्दील हो गया। हालांकि पुलिस ने बताया कि इस हिंसा में कोई व्यक्ति घायल नहीं हुआ है।

इससे पहले वडोदरा में स्कूटरों की टक्कर होने के बाद भी दो गुट आपस में भीड़ गए थे। हंगामे के दौरान दोनों गुटों के बीच पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की गई थी। झड़प होने के बाद धीकाटा इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा गुजरात के आणंद में भी वर्ष 2022 जून में हिंसा हुई थी। हिंसा की इस घटना में चार लोग जख्मी हुए थे। पुलिस को इस घटना के दौरान आंसू गैस का उपयोग करना पड़ा था, जब भीड़ तितर बितर हुई थी। इसके अलावा सूरत में भी एक बवाल हुआ था जब यहां नवरात्रि के दौरान गरबा पंडाल में मुस्लिम बाउंसरों की नियुक्ति की गई थी। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *