हाल के दिनों में राजस्थान में कांग्रेस के भीतर देखे गए सियासी संकट का असर अब अशोक गहलोत के ऊपर दिखाई दे रहा है। दरअसल, आज अशोक गहलोत और सोनिया गांधी के बीच एक लंबी बैठक हुई। इस बैठक के बाद अशोक गहलोत ने मीडिया से कहा कि मैं कांग्रेस का वफादार हूं। हाल के दिनों में जो कुछ भी हुआ उसके लिए मैंने सोनिया गांधी से माफी मांगी है। साथ ही साथ उन्होंने इस बात का भी ऐलान कर दिया कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। अशोक गहलोत से सीएम पद को लेकर भी सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसका फैसला सोनिया गांधी करेंगी। ऐसे में सवाल यह है कि क्या अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ने के बाद अब मुख्यमंत्री की कुर्सी भी अशोक गहलोत के हाथ से निकलने वाली है?