पाकिस्तान में इन दिनों हलचल तेज है। खासतौर पर पीओके में। आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तानी लोगों के बीच चर्चा है कि भारत फिर से कुछ बड़ा करने वाला है। पुंछ में 20 अप्रैल को जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद से इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
भारत में पाकिस्तान के राजदूत रह चुके अब्दुल बासित ने तो यहां तक कह दिया है कि भारत एक बार फिर से सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। हालांकि, बासित ने यह भी कहा है कि जी20 समिट को देखते हुए फिलहाल भारत ऐसा कदम नहीं उठाएगा।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सच में भारत फिर से पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक करने वाला है? आखिर क्यों पाकिस्तान सहमा हुआ है? भारत में पाकिस्तान के राजदूत रहे अब्दुल बासित क्यों ऐसा दावा कर रहे हैं? आइए जानते हैं…
पहले जानिए अब्दुल बासित ने क्या कहा?
अब्दुल बासित ने कहा, ‘पुंछ में भारतीय सैनिकों पर हमला हुआ था। इसके बाद से पाकिस्तान में यही चर्चा है कि भारत एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। यह एयर स्ट्राइक भी हो सकती है। हालांकि मुझे ये भी लगता है कि भारत में एससीओ समिट होने वाली है और G-20 की अध्यक्षता भी भारत के पास है तो ऐसे में वो क्या इस तरह का कोई कदम उठाएगा? वैसे, अगले साल वहां (भारत में) चुनाव हैं और तब इस तरह के किसी हमले का खतरा बहुत ज्यादा होगा। हो सकता है कि भारत में जनरल इलेक्शन के ठीक पहले पाकिस्तान पर कोई हमला किया जाए।’
तो क्या सच में सर्जिकल स्ट्राइक करेगा भारत?
इसे समझने के लिए हमने रक्षा विशेषज्ञ कर्नल (रिटायर्ड) डॉ. अशोक से बात की। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान का ये डर जायज है। पाकिस्तानी आवाम और सरकार ही नहीं, बल्कि उनकी सेना और एयरफोर्स के बीच भी इसकी चर्चा खूब है।’
डॉ. अशोक आगे कहते हैं, ‘अभी भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। आने वाले दिनों में राष्ट्राध्यक्षों की बैठक होनी है। ऐसे में तुरंत तो कुछ नहीं कहा जा सकता है, लेकिन ये तय है कि भारत इस हमले का जवाब उतनी ही मजबूती से देगा, जितनी मजबूती से पहले देता आया है।’
पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक कर चुका है भारत
1. उरी हमले के बाद हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक: पाकिस्तान का ये डर यूं ही नहीं है। इसके पहले भी भारत ने दो बार आतंकी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। 18 सितंबर 2016 को सुबह के साढ़े पांच बजे चार आतंकवादी भारतीय सैनिकों के वेश में LoC को पार कर कश्मीर में घुस आए थे।
तब उन्होंने उरी में भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर को निशाना बनाया था। तीन मिनट के भीतर ही आतंकियों ने 15 से ज्यादा ग्रेनेड कैंप पर फेंके। हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो गए थे, जबकि कई घायल हुए। सेना के जवानों ने जवाबी फायरिंग की। इसमें चारों आतंकी मारे गए।
ये आतंकी पीओके से आए थे और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। 29 सितंबर 2016 को भारत के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) के लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एलान किया कि भारत ने सीमा पार आतंकियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक की है।
मतलब ये कि भारतीय सेना ने एलओसी पार कर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर डाले। ये न सिर्फ उरी हमले का बदला था, बल्कि पाकिस्तान को एक खुली चेतावनी थी कि जब-जब आतंकी हमला होगा, भारत उनके घर में घुसकर मारेगा।
2. पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में एयर स्ट्राइक
14 फरवरी 2019 को एक बार फिर आतंकियों ने भारतीय सेना को निशाना बनाया। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल यानी CRPF के काफिले पर हमला हुआ। इसमें हमारे 40 जवान शहीद हुए। पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली।
दो हफ्ते के अंदर ही भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार कर पाकिस्तान के पूर्वोत्तर इलाके खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्पों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान भारतीय सेना के मिराज विमानों ने करीब 400 से ज्यादा आतंकियों को ढेर किया था।