प्रयागराज, 15 अक्टूबर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की रविवार से शुरू हो रही चार दिवसीय बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के विजय दशमी के संबोधन में शामिल विषयों पर चर्चा होगी। शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर यमुनापार गौहनिया में बैठक स्थल पर संवाददाताओं को इसकी जानकारी देते हुए संगठन के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि संघ प्रमुख ने अपने उद्बोधन में मातृमें शिक्षा, जनसंख्या में असंतुलन, महिला सहभाग और समाज के सभी वर्गों से संवाद का उल्लेख किया था। उन्होंने सामाजिक समरसता के संदर्भ में पूरे समाज को कैसे सामने आना चाहिए, इस पर चर्चा की थी। आंबेकर ने बताया कि प्रति वर्ष मार्च में होने वाली प्रतिनिधि सभा की बैठक में बनाई गई योजनाओं की समीक्षा भी इस अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक होगी। उन्हेांने कहा, ‘‘संघ 2025 में अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा। देश में 55,000 स्थानों पर संघ का कार्य चल रहा है जिसे मार्च, 2024 तक एक लाख स्थानों पर संघ के कार्य को पहुंचाने का लक्ष्य है।’’ आंबेकर ने बताया कि इस बैठक में सभी 45 प्रांतों के प्रांतीय संघचालक, इन प्रांतों के प्रांत कार्यवाह, प्रांत सह-कार्यवाह, प्रांत प्रचारक और सह प्रचारक हिस्सा ले रहे हैं।
इन सभी को मिलाकर कार्यकारी मंडल बनता है। उन्होंने बताया कि बैठक में संघ के सभी अखिल भारतीय अधिकारी जैसे सर संघचालक मोहन भागवत, सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, सभी कार्य विभाग के प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे। इनके अलावा, संघ की जो भी गतिविधियां चलती हैं जैसे पर्यावरण, कुटुंब परिवार प्रबोधन, समरसता, इनके कार्य प्रमुख भी यहां उपस्थित रहेंगे। गौहनिया स्थित एक स्कूल के परिसर में आयोजित होने जा रही इस बैठक के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आयोजन स्थल के आसपास आरएएफ और पुलिस के जवान तैनात हैं और आम लोगों को स्कूल परिसर की तरफ जाने की अनुमति नहीं है।