ईरानी में एक महिला का हिजाब पहनने के बाद कुछ अंग दिखाई पड़ गया। महिला की इस गलती के कारण उसे इतना मारा गया कि अस्पताल में उसकी मौत हो गयी। इस घटना को लेकर पूरी दुनिया में महिलाओं के प्रति होने वाले इस तरह के आत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई जा रही हैं। वहीं दूसरी तरफ भारत जो एक लोकतांत्रिक देश है वहां पर महिलाएं हिजाब पहनने के लिए कोर्ट में कानूनी लड़ाई कर रही हैं। हर मुद्दे पर बढ़ चढ़कर बोलने वाले बॉलीवुड सितारे इस समय ईरान में हुए हिजाब को लेकर अत्याचार पर चुप्पी साधे हुए हैं। इस चुप्पी के पीछे हो सकता है सितारों का अपना कोई व्यक्तिगत कारण हो! लेकिन बिना किसी दबाव के बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला ने ईरान में ‘हिजाब’ के खिलाफ प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है।
उर्वशी रौतेला उन कई सेलेब्स में शामिल हैं, जिन्होंने ईरान में महिलाओं के साथ एकजुटता दिखाते हुए अपने बालों को काटते हुए खुद को फिल्माया है। बाल काटते हुए खुद की तस्वीरें साझा की और एक्ट्रेस ने ईरान में विरोध, नारीवाद और अंकिता भंडारी की मौत के बारे में एक लंबा नोट भी लिखा। अंकिता भंडारी जिसकी कथित तौर पर पिछले महीने उत्तराखंड में हत्या कर दी गई थी।
पिछले महीने पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत ने ईरान और दुनिया भर में व्यापक रूप से सरकार विरोधी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है, जिसमें प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर रहे हैं और प्रियंका चोपड़ा जैसे सेलेब्स ने एक शो में सोशल मीडिया पर संदेश पोस्ट किए हैं। ईरानी महिलाओं के लिए एकजुटता रिपोर्ट्स के अनुसार, महसा को हिजाब पहनने में विफल रहने के लिए नैतिकता पुलिस ने गिरफ्तार किया था, और कुछ दिनों बाद हिरासत में उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद के हफ्तों में, ईरान में महिलाएं अपने सिर का स्कार्फ हटा रही हैं और अपने बाल काट रही हैं।उर्वशी ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा ‘मैं अपने बाल कटवा रही हूं। ईरानी मोरल पुलिस की गिरफ्तारी के बाद महसा अमिनी की मौत हुई थी। इसके खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान कई ईरानी महिलाओं और लड़कियों ने अपनी जान गवा दीं। 19 साल की उत्तराखंड की रहने अंकिता भंडारी ने भी जान गंवाई है, मैं इन महिलाओं और लड़कियों के सपोर्ट में अपने बाल कटवा रही हूं। उर्वशी ने आगे लिखा, ‘पूरी दुनियाभर की महिलाएं बालों को कटवाकर ईरानी सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रही है। महिलाओं का सम्मान करें। बालों को महिलाओं की खूबसूरती के रूप में देखा जाता है। अपने बालों को सार्वजनिक तौर पर कटवा कर महिलाओं ने ये बता दिया है कि वो समाज की परवाह नहीं करती हैं।