बढ़ती महंगाई के बीच आम जनता को एक बार फिर झटका लगने वाला है. दरअसल, लोगों को खाने-पीने की चीजों के मामले में अभी कुछ और समय तक महंगाई का सामना करना पड़ सकता है. खासतौर पर दालों के दामों में जनता को राहत जल्दी नहीं मिलने वाली है. इनकी कीमतों में फिलहाल नरमी आने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि दालों की सप्लाई उनकी डिमांड के हिसाब से नहीं हो पा रही है.
विशेषज्ञों के हवाले से यह आशंका जाहिर की गई है. बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि देश में दालों की कीमतें तब तक ज्यादा बनी रह सकती हैं, जब तक कि बाजार में नई फसल की आपूर्ति न शुरू हो जाए. नई फसलों की आवक अक्टूबर महीने में जाकर शुरू होगी. ऐसे में जनता को अक्टूबर तक महंगाई से राहत नहीं मिलने वाली है.
बकौल बाजार विशेषज्ञ, देश में अभी दालों की जितनी डिमांड है, उतनी सप्लाई नहीं हो पा रही है. मांग और आपूर्ति के असंतुलन के चलते दालों की कीमतें टाइट चल रही हैं. दालों की महंगाई के उच्च स्तर पर बने रहने से ओवरऑल खाद्य महंगाई पर भी असर हो रहा है.