केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने यूरोपीय संघ (ईयू) से अपने हरित हाइड्रोजन बाजार को प्रतिस्पर्धा के लिए खोलने का आग्रह किया है। उन्होंने यूरोपीय संघ से कहा कि हरित हाइड्रोजन बाजार को खोलने से आपूर्ति कम दर पर मिलेगी और संरक्षणवाद के किसी आरोप से भी बचा जा सकेगा। सिंह ने बृहस्पतिवार को पहले ईयू-भारत हरित हाइड्रोजन मंच में कहा कि भारत सबसे कम कीमत पर बड़ी मात्रा में हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा। शुरुआत में 50 गीगावॉट हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए ‘इलेक्ट्रोलाइज़र’ की आवश्यकता होगी।इलेक्ट्रोलाइजर दरअसल एक उपकरण है जो एक रासायनिक प्रक्रिया के माध्यम से हाइड्रोजन का उत्पादन करता है। सिंह ने इस दौरान यूरोपीय संघ के लिए भारत से हरित हाइड्रोजन की आपूर्ति प्राप्त करने के एक बड़े अवसर की पेशकश करते हुए कहा कि इससे उसे (यूरोप) अपने ऊर्जा स्रोत में विविधता लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक यूरोपीय संघ के साथ हमारे सहयोग का संबंध है, मुझे लगता है कि इसमें भविष्य है।बेशक यह नीतियों और मानकों पर निर्भर करेगा। हम सबसे कम कीमतों पर हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेंगे। चीन द्वारा पेश की जाने वाली कीमत स्पष्ट नहीं है। मुझे नहीं पता कि वे इसकी कीमत कैसे लगाते हैं।’’ केंद्रीय मंत्री ने यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि से आग्रह किया, ‘‘बाजार को खुला रखे। हम प्रतिस्पर्धा करेंगे। इससे आपको लाभ होगा और आपके पास सबसे कम कीमतों पर हरित हाइड्रोजन और अमोनिया की आपूर्ति होगी। यदि आप बाजार नहीं खोलते है तो मैं आप पर संरक्षणवाद का आरोप लगाऊंगा।