राजद में खत्म होगा जगदानंद युग! सिद्दीकी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की तैयारी

मंत्री पद से सुधाकर सिंह के इस्तीफे के साथ ही यह तय हो गया था कि जगदानंद सिंह कहीं ना कहीं राजद से बहुत नाराज हैं। उसके बाद खबर भी आई थी कि जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। हालांकि, सुधाकर सिंह के इस्तीफे से कुछ दिन पहले ही जगदानंद सिंह को बिहार प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्हें दोबारा यह कार्यकाल सौंपा गया था। जगदानंद सिंह को लालू यादव का काफी विश्वासपात्र भी माना जाता रहा है। लेकिन बेटे के इस्तीफे को लेकर जगदानंद सिंह में बड़ी नाराजगी दिखी। इसके बाद से उन्होंने राजद से अपनी दूरियां बनाने की शुरुआत कर दी। अब खबर यह है कि अगले एक या दो दिनों में राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर फैसला हो सकता है।खबर के मुताबिक जगदानंद सिंह की जगह अब्दुल बारी सिद्दीकी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की तैयारी में राजद है। इसका मतलब साफ है कि राजद ने एक बार फिर से अपनी एमवाई समीकरण को धार देने की शुरुआत कर दी है। जगदानंद सिंह पर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव लगातार आरोप लगाते रहते थे। खबर तो यह भी थी कि जगदानंद सिंह ने तब इस्तीफे की पेशकश कर दी थी। हालांकि, लालू यादव ने उसे स्वीकार नहीं किया था। लालू यादव के ही दोबारा कहने पर वह दूसरे कार्यकाल के लिए भी तैयार हुए थे। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के साथ ही जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह को कृषि मंत्री बनाया गया। हालांकि, मंत्री बनने के साथ ही उन्होंने अपनी ही सरकार की पोल खोलने की शुरुआत कर दी। इसके बाद से वह नीतीश कुमार को भी चुभने लगे। तभी सुधाकर को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। जगदानंद सिंह के प्रदेश अध्यक्ष पद से विदाई को लेकर अब भाजपा राजद पर हमलावर हो गई है। बिहार में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने साफ तौर पर कहा कि जिस तरीके से जगदानंद सिंह के साथ व्यवहार किया जा रहा है, वह राजद में कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी वह ऐसा कर चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए लालू और तेजस्वी किसी की भी बलि चढ़ा सकते हैं। पहले सुधाकर सिंह की बलि ली गई। अब उनके पिता के साथ ऐसा किया जा रहा है। पहले रघुवंश प्रसाद के साथ ऐसा किया जा चुका है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राजद में सवर्णों स्थिति ठीक नहीं रहती। वे किसी भी सवर्ण को बलि देने से नहीं चूकते हैं। उनके लिए सबसे ऊपर एमवाई समीकरण है।

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