राजस्थान में सियासी घटनाक्रम के बीच अजय माकन ने दस जनपथ पर सोनिया गांधी के साथ बड़ी बैठक की है। यह बैठक लगभग एक से डेढ़ घंटे तक चली। इस बैठक के बाद अजय माकन ने मीडिया से बातचीत हुई थी। अजय माकन ने साफ तौर पर कहा है कि सोनिया गांधी ने राजस्थान के पूरे घटनाक्रम को लेकर एक लिखित रिपोर्ट मांगी है और हम मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मिलकर इसे उनको सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस अध्यक्षा को राजस्थान में जो कुछ भी हुआ उसकी जानकारी दी है। अजय माकन ने फिर से इस बात को दोहराया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सहमति के बाद ही विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। उन्होंने कहा कि सीएम के नुमाइंदों ने कुछ शर्ते भी रखी थी।अजय माकन ने कहा था कि हमारे सामने तीन शर्त रखी गई थी। पहला शर्त यह था कि किसी भरोसेमंद को ही मुख्यमंत्री बनाया जाए। इसके अलावा विधायकों से समूह में बात होनी चाहिए और यह भी कहा गया था कि जो भी फैसला हो वह 19 अक्टूबर के बाद ही दिया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे राजस्थान दौरे के दौरान विधायक दल की बैठक नहीं हो पाई। इससे पहले उन्होंने कहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे और मैं यहां एआईसीसी पर्यवेक्षकों के रूप में सीएम की सुविधा के अनुसार उनके आवास पर बैठक करने आए थे। कांग्रेस विधायक प्रताप खाचरियावास, एस धारीवाल और महेश जोशी ने हमसे मुलाकात की, 3 मांगें रखीं। एक तो 19 अक्टूबर के बाद कांग्रेस अध्यक्ष को जिम्मेदारी (मुख्यमंत्री नियुक्त करने की) सौंपने के प्रस्ताव को लागू करने की घोषणा करना; हमने कहा कि यह हितों का टकराव होगा।