अशोक गहलोत कैबिनेट में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद आज कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह गुढ़ा को राजस्थान विधानसभा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अपने आरोप में दावा किया कि लगभग 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया, मुझे मुक्का मारा, लात मारी और कांग्रेस नेताओं ने मुझे विधानसभा से बाहर खींच लिया। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष ने मुझे बोलने तक नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर आरोप लगे कि मैं बीजेपी के साथ हूं। मैं जानना चाहता हूं कि मेरी गलती क्या है?
लगाया बड़ा आरोप
पत्रकारों से बात करते हुए राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने साथ तौर पर कहा कि मैं माफी क्यों मांगूंगा, मेरी गलती क्या थी। मैंने कुछ गलत नहीं कहा, प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। मैं सदन में जवाब दूंगा। हमें बोलने नहीं दिया गया लेकिन अब मैं आजाद हूं। उन्होंने कहा कि जो भी खतरा है चाहे सदस्यता का हो या फिर मुकदमे का, मुझे जेल में डालने का भी खतरा है। मैं संघर्ष करूंगा। मैं प्रदेश की मां-बेटियों की रक्षा के लिए अवाज उठाऊंगा। राजेंद्र गुढ़ा लाल डायरी लेकर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि लाल डायरी में गहलोत सरकार के कारनामे लिखे हैं। उन्होंने सरकार पर कई बड़ा आरोप भी लगाए।
मंत्री पद से हटाया गया था
आपको बता दें कि राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अपनी ही सरकार से सवाल करने पर राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। राजेंद्र सिंह गुढ़ा का एक वीडियो शुक्रवार को जबरदस्त तरीके से वायरल हुआ था जिसमें वह विधानसभा में यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि हम प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मणिपुर की बजाय हमें अपने अंदर झांकने की कोशिश करनी चाहिए। बयान के वायरल होने के कुछ ही देर बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मंत्रिमंडल से उसे बर्खास्त करने की सिफारिश कर दी थी।