बुधवार को पूरे देश में दशहरा की धूम होगी। इस मौके पर दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में रावण वध किया जाएगा। दिल्ली के लाल किले इलाके में रावण पद की पुरानी परंपरा चली आ रही है। इसी कड़ी में लव कुश रामलीला कमेटी ने एक अच्छा और बड़ा निर्णय लिया है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए समिति ने साफ तौर पर आतिशबाजी से दूरी बना ली है। समिति की ओर से कहा गया है कि रावण वध के दौरान आतिशबाजी नहीं होगी। पुतले में केवल घास भरे रहेंगे। लव कुश रामलीला समिति के अध्यक्ष अर्जुन कुमार इस बार लव कुश रामलीला समिति ने फैसाल लिया है कि हम किसी भी प्रकार की आतिशबाज़ी नहीं करेंगे। पुतलो में केवल घास भरी जाएगी।
अर्जुन कुमार ने आगे बताया कि हम स्पीकर के माध्यम से बम-पटाखों की आवाज़ चलाएंगे जिससे दर्शकों को लगे की एक भव्य आतिशबाज़ी हो रही है। उन्होंने बताया कि दशहरा पर्व पर देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल और फिल्म कलाकार प्रभास मुख्य अतिथि होंगे। तीनों अतिथि रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ का वध करेंगे और इसलिए रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के 9 पुतले लगाए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक के कमेटी की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक दिन के लिए श्रीराम का अभिनय करने के लिए भी आग्रह किया गया था। हालांकि, यह सुनते ही केजरीवाल जमकर हंस पड़े थे और उन्होंने इस ऑफर को मुस्कुराते हुए डाल दिया था।
आपको बता दें कि दिल्ली में रावण वध पूरे देश में मशहूर है। रावण वध के दौरान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक के जाने की परंपरा रही है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दशहरे के दिन देश के अन्य इलाकों में भी जाते रहे हैं। समिति की ओर से रामलीला में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री सांसद विधायक और प्रबुद्ध लोगों को आमंत्रित किया जाता है। आखरी दिन लंकापति रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन होता है। यह पहली बार हो रहा है जब एक साथ तीन या चार नहीं बल्कि कुल 9 पुतलों को जलाया जाएगा।