उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक हिमस्खलन के बाद से लापता पर्वतारोहियों को बचाने के अभियान में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग स्थित हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल का 14 सदस्यीय दल भी शामिल हो गया है। इस दल को बहुत ऊंचाई पर बचाव अभियान चलाने में विशेषज्ञता हासिल है और यह राहत कार्य में मदद के लिए नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) आधार शिविर पर पहुंच गया है। राज्य आपात अभियान केंद्र ने यहां यह जानकारी दी। यह दल राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और एनआईएम के पर्वतारोहितयों के साथ मिलकर लापता पर्वतारोहियों को ढूंढ़ने का काम करेगा।पर्वतारोही चढ़ाई के बाद लौटते समय 17 हजार फुट की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी पर मंगलवार को हिमस्खलन की चपेट में आ गये। एनआईएम के अनुसार पर्वतारोहियों के दल में कुल 34 पर्वतारोही प्रशिक्षु और सात प्रशिक्षक (इंस्ट्रक्टर) थे।राज्य आपात अभियान केंद्र ने कहा कि एनआईएम के 61 सदस्यीय उन्नत प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के दल (प्रशिक्षु और प्रशिक्षक समेत) में से चार शव बरामद किये गये हैं, जबकि 30 लोग सुरक्षित हैं, लेकिन 27 लोग अब भी लापता हैं। हालांकि, उत्तरखंड पुलिस ने बुधवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर दावा किया कि अब तक 10 शव बरामद किये गये हैं।