भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और वित्त मंत्रालय ने बैंकों के शीर्ष प्रबंधन और व्यापार निकायों के प्रतिनिधियों को रुपये मुद्रा में निर्यात और आयात संबंधी लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए कहा है। सूत्रों ने कहा कि एक बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि डॉलर के बजाय भारतीय मुद्रा में सीमापार व्यापार की सुविधा के लिए विशेष रुपया खाते खोलने को लेकर बैंकों को अपने विदेशी समकक्षों के साथ जुड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापार संघों और उनके विदेशी व्यापार भागीदारों को इस ढांचे का उपयोग करने के अवसरों का पता लगाना चाहिए।बैठक में विदेश मामलों और वाणिज्य मंत्रालयों के अधिकारी, भारतीय बैंक संघ समेत कई हितधारकों ने भी भाग लिया और विदेशों में दूतावासों से राजनयिक माध्यम से इस तंत्र को बढ़ावा देने का आग्रह किया। सूत्रों के मुताबिक श्रीलंका, अर्जेंटीना और जिम्बाब्वे जैसे देश द्विपक्षीय व्यापार रुपये में करने में दिलचस्पी ले सकते हैं। रिजर्व बैंक ने जुलाई में बैंकों को घरेलू मुद्रा में वैश्विक व्यापारिक समुदाय की बढ़ती रुचि को देखते हुए भारतीय रुपये में निर्यात और आयात लेनदेन के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करने को कहा था। केंद्रीय बैंक द्वारा रुपये में सीमापार व्यापार लेनदेन की अनुमति देने की घोषणा एक सामयिक और मुद्रा के अंतरराष्ट्रीयकरण की दिशा में एक कदम है।