जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या ने देश को हिलाकर रख दिया है और इस घटना से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। भीड़ से निकले एक व्यक्ति ने हाथ से बनी बंदूक से देश के सबसे दिग्गज नेताओं में शुमार आबे को गोली मार दी। यह बंदूक इतने बेतरतीब तरीके से बनी थी कि इसे टेप से जोड़ा गया था। पश्चिमी जापान के नारा शहर में शुक्रवार को सत्तारूढ़ पार्टी के प्रचार के दौरान आबे को मारने के लिए इस्तेमाल की गई 40 सेंटीमीटर लंबी बंदूक किसी नौसिखिये द्वारा निर्मित लग रही थी। यह टेप से लिपटे पाइप से बनी एक ऐसी प्रणोदक नजर आ रही थी, जो विस्फोटकों से भरी हुई थी।पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध के नारा स्थित एक कमरे वाले मकान की तलाशी के दौरान ऐसी कई और बंदूकें बरामद हुईं। पारंपरिक हथियारों के विपरीत हस्तनिर्मित बंदूकों का पता लगाना व्यावहारिक रूप से असंभव होता है, जिससे जांच मुश्किल हो जाती है। जापान में इस तरह के हथियारों का इस्तेमाल कम ही किया जाता है। देश में होने वाले ज्यादातर हमलों में या तो पीड़ित को चाकू घोंपने या वाहन से कुचलने या फिर गैसोलीन छिड़ककर आग लगाने जैसे तरीके अपनाए जाते रहे हैं। हमलावर तेतसुया यामागामी ने संभवत: सख्त बंदूक नियंत्रण कानून के चलते हस्तनिर्मित हथियार चुना। वह जापान की नौसेना का पूर्व सदस्य है और हथियार बनाने व उनका इस्तेमाल करने की कला से वाकिफ है। आबे पर हमले के बाद उसे घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया गया था।