शिंदे-फडणवीस सरकार के कार्यकाल में हुई किसानों की उपेक्षा: नाना पटोले

राज्य में भारी बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। इस वजह से राज्य में ओला दुष्काल घोषित करने की सख्त जरूरत है लेकिन एकनाथ शिंदे-देवेन्द्र फडणवीस की सरकार किसानों के मुद्दों की अनदेखी कर रही है। राज्य सरकार पर यह हमला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से की गई 25 हजार करोड़ की अनुपूरक मांग में किसानों की मदद के लिए कौड़ी तक का भी प्रावधान नहीं किया गया है । पटोले ने कहा है कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने किसानों को अधर में छोड़ दिया है।

मंगलवार को विधान भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए नाना पटोले ने आगे कहा कि भारी बारिश से कई गांव तबाह हो गए हैं । फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है । भारी बारिश में कई जानवर भी बह गए हैं। ऐसे में राज्य में ओला दुष्काल घोषित कर किसानों को पर्याप्त मदद मुहैया कराने की जरूरत है, लेकिन राज्य सरकार किसानों के मुद्दे को गंभीर नहीं मानती है । पटोले ने कहा कि विपक्षी दल होने के नाते हम लगातार किसानों के मुद्दे उठा रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है। यहाँ तक की अनुपूरक मांगों में भी किसानों के लिए एक रुपए का भी प्रावधान नहीं है।

पटोले ने कहा कि उस्मानाबाद जिले के एक किसान ने मंगलवार को मंत्रालय के सामने खुद को आग लगाने का प्रयास किया, जबकि वर्धा जिले के एक किसान ने सोमवार को आत्महत्या कर ली । मंत्रालय की छठी मंजिल पर एक किसान को पीटा गया । उन्होंने कहा कि राज्य में किसान हर दिन आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार अपने ही मजे में काम कर रही है । पटोले ने कहा कि हम इस मांग पर अडिग हैं कि साधारण किसानों को खेती के लिए हुए नुकसान के लिए 75 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर और फल और बागवानी के किसानों को 1.5 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर का भुगतान किया जाना चाहिए।

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