संसद के मानसून सत्र में महंगाई को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस के निलंबित सांसदों का निलंबन समाप्त करने के लिए प्रस्ताव लाया। जिसे सदन ने स्वीकार कर लिया। इसी के साथ ही लोकसभा में गतिरोध समाप्त हो गया और मूल्य वृद्धि पर चर्चा शुरू हो गई है
निलंबित सांसदों का किया जाए बहाल
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जनता हमें यहां पर जिम्मेदारी निभाने के लिए भेजती है। मैं यह कहना चाहता हूं कि पहले अपने गिरेबान में झांककर देखा जाए। क्योंकि एक-दूसरे पर इल्जाम लगाना बहुत आसान होता है। हम शुरू से कह रहे हैं कि हमारे निलंबित सांसदों का निलंबन रद्द किया जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार के रवैये के चलते कभी-कभी हमें प्रदर्शन करना पड़ता है। ऐसे में मैं चाहता हूं कि सभी मुद्दों के समाधान निकालने के लिए एक रूल्स कमेटी बुलाई जाए। इसमें सभी सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर एक सहमति बनाकर कुछ उपाय निकाले। हम आपको (लोकसभा अध्यक्ष) दुख देने का कोई इरादा नहीं रखते हैं। अगर आपको चोट पहुंची है तो हम अपने सभी सांसदों से बात करेंगे।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सदन के भीतर महामहिम को नाम से कोई केंद्रीय मंत्री पुकारे यह भी ठीक नहीं है। ऐसे में मैं निलंबित सांसदों को फिर से बहाल करने की मांग करता हूं।
सांसदों को मिला आखिरी मौका
इसी बीच लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन आप सभी लोगों का है। इसकी जितनी मर्यादा और प्रतिष्ठा बनाएंगे वो आपकी बनेगी। इसमें सार्वजनिक तौर पर एक सर्वसम्मति बननी चाहिए कि इसमें प्लेकार्ड लेकर नहीं लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैं सदन के सभी दलों से अनुरोध करूंगा कि प्ले कार्ड सदन के अंदर न लाएं। अगर कोई भी सांसद सदन में प्ले कार्ड लेकर आते हैं तो मैं निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगा। मैं उन्हें आखिरी मौका दे रहा हूं।