सोमवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे हजरतगंज के सुल्तानगंज इलाके में स्थित लिवाना होटल में भीषण आग लगी है। आग में झुलसे लोगों को सिविल अस्पताल भेजा गया है। अभी तक होटल के अंदर से 20 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है। कुछ लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि धुएं में दम घुटने से कई लोग बेहोश हो गए हैं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। दमकल कर्मी भी बेहोश हो गया है। अब तक करीब 20 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। दो लोगों ने दम तोड़ दिया है। मौके 15 गाड़िया पहुंच चुकी हैं। तीसरी मंजिल की आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर करीब छह एम्बुलेंस और पहुंच गई हैं। रास्ते को बंद कर दिया गया है।
आग पर काबू पाने के लिए बुलडोजर से दीवार तोड़ी गई। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि होटल में कुल 30 कमरे हैं, इनमें से 18 कमरों में लोग थे। 30 से 35 लोग कमरों में मौजूद थे। पहली मंजिल पर बैंक्वट हॉल है। यहां कई लोग थे। कई लोग सुबह होटल से निकल गए थे।
वहीं, लखनऊ के हजरतगंज के होटल लिवाना में आग लगने की घटना पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने जिला अधिकारियों को झुलसे लोगों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के साथ ही मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में तेजी लाने को भी कहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद सिविल अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया।
लखनऊ कमिश्नर एस बी शिरोड़कर ने बताया कि होटल प्रबंधन के रिकॉर्ड के अनुसार 38 से 40 लोग वहां पर रुके हुए थे जिसमें से पुलिस विभाग के अनुसार 10 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है। जिसमें से दो लोगों की दुखद मौत हो गई जबकि सात लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं। एक व्यक्ति को डिस्चार्ज किया गया है। होटल के कमरों में धुआं ज्यादा होने के कारण अभी तक कितने लोग अंदर फंसे हैं। इसकी जानकारी नहीं हो पा रही है। पुलिस कमिश्नर व मंडला आयुक्त को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के उपरांत कार्रवाई की जाएगी।
हादसे में हुए घायल
हादसे में होटल में रुके अंश कौशिक, कामिनी, मोना चौधरी झुलस गए। होटल के कर्मचारी श्रवण और राजकुमार भी हादसे का शिकार हो गए। जबकि राहत व बचाव कार्य के दौरान चंद्रेश यादव व प्रदीप मौर्या की हालत बिगड़ गई।