उत्तर प्रदेश एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने राज्य में एक सभा को संबोधित करते हुए हिंदू विवाह पर एक विवादास्पद टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि हमने तीन शादियां की हैं। दो शादियां होने पर भी हम समाज में दोनों पत्नियों को सम्मान देते हैं, लेकिन आप (हिंदू) एक से शादी करते हैं और आपकी तीन रखैलें होती हैं और आप न तो अपनी पत्नी का सम्मान करते हैं और न ही रखैलों का। लेकिन अगर हमारी दो शादियां होती हैं, तो हम उन्हें सम्मान के साथ रखते हैं और हमारे बच्चों के नाम भी राशन कार्ड में होते हैं।यूपी एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने हिजाब प्रतिबंध मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बारे में भी बात की और कहा कि “हिंदुत्व यह तय नहीं करेगा कि देश में कौन क्या पहनेगा, बल्कि ये संविधान तय करेगा। शौकत अली ने कहा कि संविधान तय करेगा कि देश में कौन क्या पहनेगा और हिंदुत्व नहीं, लेकिन बीजेपी ऐसे मुद्दों को उठाकर देश को तोड़ने का काम कर रही है। ओवैसी की पार्टी के नेता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों को निशाना बनाया गया। मदरसा, लिंचिंग, वक्फ और हिजाब जैसे मुद्दे हमारे साथ हो रहे हैं क्योंकि हमें निशाना बनाना आसान है। जब भाजपा कमजोर होती है तो वे मुस्लिम के मुद्दों को उठाते हैं।बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की दो-न्यायाधीशों की पीठ ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 20 अक्टूबर को एक विभाजित निर्णय दिया, जिसमें राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को खत्म करने से इनकार कर दिया गया था। लेकिन शीर्ष अदालत ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले पर कोई रोक नहीं लगाई है। मामले को अब भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) यूयू ललित को एक नई पीठ गठित करने के लिए भेजा गया है। नई बेंच में CJI के विवेक के अनुसार तीन या अधिक जज होंगे।