एक नेता अकेले देश के सामने मौजूद सभी चुनौतियों से नहीं निपट सकता – मोहन भागवत

उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता सदन की भूमिका में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य होंगे। आपको बता दें कि अब तक यह जिम्मेदारी स्वतंत्र देव सिंह निभा रहे थे। हालांकि, आज ही उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके ठीक बाद केशव प्रसाद मौर्य को किया जिम्मेदारी सौंपी गई है। स्वतंत्र देव सिंह ने नेता सदन के पद से इस्तीफा क्यों दिया है, इसको लेकर अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, बताया जा रहा है कि अत्यधिक व्यस्तता होने के कारण उन्होंने इस पद से इस्तीफा दिया है। इस बात की भी चर्चा जोरों पर थी कि पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा को विधान परिषद में नेता सदन का पद सौंपा जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।स्वतंत्र देव सिंह को योगी आदित्यनाथ का बेहद करीबी माना जाता है। फिलहाल उनके पास जल शक्ति मंत्रालय है। इसके अलावा वह फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हालांकि, उन्होंने जुलाई महीने में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर उनका कार्यकाल 16 जुलाई को पूरा हो गया था। 2022 के विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र देव सिंह के ही नेतृत्व में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 255 सीटों पर अपना परचम लहराया है। अब तक भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा नहीं हुई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में फिलहाल भाजपा अपने संगठन में बड़े बदलाव कर रही है। उत्तर प्रदेश में अब तक संगठन का काम देख रहे सुनील बंसल को पार्टी का महासचिव बनाया गया है। इसके साथ ही सुनील बंसल को तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह तीनों राज्य 2024 के लोकसभा चुनाव के हिसाब से बेहद महत्वपूर्ण है। बीजेपी की ओर से धर्मपाल को संगठन मंत्री नियुक्त किया गया है। वह उत्तर प्रदेश में सुनील बंसल की जगह लेंगे। वही, कर्मवीर को झारखंड में संगठन महामंत्री नियुक्त किया गया है। जानकारी के मुताबिक आने वाले कुछ ही दिनों में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के भी घोषणा हो सकती है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली दौरे पर हैं।

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