पेशावर के पुलिस लाइंस इलाके की मस्जिद के अंदर आत्मघाती हमला

सुरक्षा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट दोपहर एक बजकर करीब 40 मिनट पर पुलिस लाइन इलाके के पास उस वक्त हुआ, जब नमाजी जुहर (दोपहर) की नमाज पढ़े रहे थे। तभी अगली पंक्ति में बैठे आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया। नमाजियों में पुलिस, सेना और बम निष्क्रिय दस्ते के कर्मी थे। लेडी रीडिंग अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि अबतक 46 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि, पेशावर पुलिस ने 38 मृतकों की सूची जारी की है। घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी हैं।

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली जिम्मेदारी
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मृत कमांडर उमर खालिद के एक भाई ने दावा किया कि यह आत्मघाती हमला अफगानिस्तान में पिछले साल अगस्त में मारे गए उसके भाई की मौत का बदला है। इस प्रतिबंधित संगठन ने सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाते हुए अतीत में कई आत्मघाती हमले किए हैं। उसे पाकिस्तान तालिबान नाम से भी जाना जाता है।

पेशावर के पुलिस अधीक्षक (जांच) शाहजाद कौकब ने मीडिया को बताया कि जब नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में वह दाखिल ही हुए थे, तभी यह धमाका हुआ, लेकिन किस्मत से उनकी जान बच गई। उनका कार्यालय मस्जिद के समीप ही है।

धमाके के समय इलाके में 300-400 पुलिस अधिकारी मौजूद थे
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि विस्फोट से मस्जिद का एक हिस्सा ढह गया और माना जाता है कि कई लोग उसके मलबे के नीचे दबे हैं। उनके अनुसार बम हमलावर पुलिस लाइंस के अंदर, चार स्तरीय सुरक्षा वाली मस्जिद में घुस गया। कैपिटल सिटी पुलिस अफसर (पेशावर) मुहम्मद इजाज खान का हवाला देते हुए डॉन अखबार ने खबर दी कि कई जवान मलबे के नीचे दबे हैं तथा बचावकर्मी उन्हें बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। धमाके के समय इलाके में 300-400 पुलिस अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि सुरक्षा चूक हुई है।

पीएम शरीफ बोले- लोगों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यह कहते हुए इस हमले की कड़ी निंदा की कि इस घटना के पीछे जिन हमलावरों का हाथ है, उनका इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी उन लोगों को निशाना बनाकर डर पैदा करना चाहते हैं जो पाकिस्तान की रक्षा करने का कर्तव्य निभाते हैं। उन्होंने कहा कि विस्फोट में मारे गए लोगों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि समूचा राष्ट्र आतंकवाद की इस बुराई के विरूद्ध लड़ाई में एकजुट है। विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी यह कहते हुए इस हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि स्थानीय और आम चुनाव से पहले आतंकवादी घटनाओं का साफ मतलब है। खैबर पख्तून के गवर्नर हाजी गुलाम अली ने विस्फोट की निंदा की और लोगों से घायलों के वास्ते रक्तदान करने की अपील की।

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