शिवसेना में फूट के वक्त क्या थी उद्धव की मंशा

महाराष्ट्र का सियासी संकट अब खत्म हो गया है और सूबे में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बीजेपी के समर्थन से सरकार बन गई है। लेकिन शिवसेना के सियासी संकट के दौर की बातें एक-एक कर लगातार सामने आ रही हैं। ऐसे ही अब राज्य के पूर्व मंत्री की तरफ से चौंकाने वाला खुलासा किया गया है। बागी विधायक और पूर्व गृह राज्य मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुझे फोन किया और कहा कि एकनाथ शिंदे को सुरक्षा प्रदान न करें। मुझे अभी भी समझ में नहीं आया कि इसके पीछे उनकी मंशा क्या थी।देसाई ने कहा कि हालांकि, हमने अपने हॉल में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक की और सुरक्षा प्रदान करने के संबंध में ऐसा मसौदा तैयार किया। बागी विधायक सुहास कांडे ने आरोप लगाया है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निर्देश पर एकनाथ शिंदे को जेड प्लस सुरक्षा व्यवस्था से वंचित रखा गया था।  पूर्व गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने कहा कि यह सच नहीं है कि उद्धव ठाकरे की ओर से ऐसा कोई सुझाव आया है।एसआईडी रिपोर्ट मिलने के बाद सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। न तो मुख्यमंत्री और न ही गृह मंत्री हस्तक्षेप करते हैं। यह कमेटी मुख्य सचिव के अधीन है। रिपोर्ट को देखा जाता है और फिर निर्णय लिया जाता है।

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