सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाने के बाद दिग्विजय दे रहे थे सफाई

अपने द्वारा दिए गए बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि हम सुरक्षा बलों का काफी सम्मान करते हैं और उनको सर्वोच्च स्थान देते हैं। इसके साथ ही सर्जिकल स्ट्राइक पर जम्मू में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि इसके बारे में मैंने कल ट्वीट कर बिल्कुल साफ बताया था कि इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का क्या रवैया है और इस पर मैं कुछ नहीं बोलूंगा।

सर्जिकल स्ट्राइक पर दिग्विजय सिंह की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर जयराम रमेश ने कहा कि हमने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं। आप जाकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछें।

न पुलवामा घटना की जानकारी दी और न ही सर्जिकल स्टाइक का प्रमाण : दिग्विजय
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने देश में भाई-भाई को अलग करने का काम किया है। पुलवामा (कश्मीर) आतंकवाद का केंद्र बन चुका है वहां हर गाड़ी की जांच होती है, लेकिन एक गाड़ी बिना जांच पड़ताल के उल्टी दिशा से आती है और सुरक्षाकर्मियों के काफिले से टकराती है, जिसमें हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो जाते हैं।

मगर भाजपा सरकार ने इस घटना की जानकारी लोकसभा और जनता के सामने क्यों नहीं रखी। इसी तरह सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं लेकिन प्रमाण कुछ नहीं दिया। भाजपा केवल झूठ पर राज कर रही है।

सतवारी चौक से थोड़ा पीछे अशोक नगर में हाईवे पर सोमवार को राहुल गांधी की एक रैली में दिग्विजय सिंह ने कहा, भाजपा सरकार ने गरीब और अमीर में खाई बढ़ाई है। आर्थिक नीतियां कुछ चंद लोगों के हाथों में सौंपी गई हैं। कोविड के समय हर परिवार में मुसीबत आई, आमदनी कम हुई, महंगाई और बेरोजगार बढ़ी मगर कुछ परिवारों की आमदनी बढ़ती चली गई।

खासतौर पर मोदी जी के कुछ चुनिंदा दोस्तों की आमदनी आठ गुणा तक बढ़ गई। यह ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शुद्ध रूप से आर्थिक नीतियां उनके अनुकूल बनाई गईं। आज जम्मू के लोगों को ठेके नहीं मिल रहे हैं और बाहरी लोगों को ठेके दिए जा रहे हैं। अनुच्छेद 370 हटने पर बोला गया था कि आतंकवाद खत्म हो जाएगा, जबकि जमीनी स्तर पर आतंकवाद बढ़ा है।

पहले आतंकवाद उत्तरी कश्मीर और घाटी तक सीमित था लेकिन अब राजोरी, पुंछ और डोडा तक आ गया है। प्रशासन जानबूझकर इसका समाधान करना नहीं चाहता है ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्में बनती रहीं और हिंदु मुसलमानों में नफरत कायम रहे। कभी देखा किसी प्रधानमंत्री ने किसी फिल्म का प्रचार किया ,लेकिन मोदी ने कश्मीर फाइल्स का प्रचार किया। इसलिए ऐसे मुद्दों को लेकर भारत जोड़ो यात्रा को शुरू करने की जरूरत पड़ी।

देशभर में लोगों में नफरत का जहर बढ़ाया जा रहा है। संविधान को खत्म किया जा रहा है। भाजपा झूठ बोलती है। कन्याकुमारी में 7 सितंबर को राहुल गांधी ने स्वामी विवेकानंद मेमोरियल में उनकी मूर्ति पर पुष्प अर्पित करके यात्रा की शुरुआत की थी, लेकिन भाजपा के एक नेता ने झूठ बोला कि राहुल ने ऐसा नहीं किया।

भाजपा सोशल मीडिया पर झूठा प्रचार करती है। हर चीज को हिंदू मुसलमान से जोड़ दिया जाते हैं और ऐसे मुद्दों पर चर्चा में पाकिस्तान के नुमाइंदे और आरएसएस के लोग बिठा दिए जाते हैं, लेकिन मोदी नवाज शरीफ के घर में शादी में कैसे पहुंच जाते हैं। जब मुस्लिम और ब्रिटिश शासन में हिंदू धर्म खतरे में नहीं रहा तो अब कैसे रह सकता है।

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