टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत ने पूरे देश में सड़क हादसों को लेकर नए सिरे से चिंता पैदा कर दी है। मिस्त्री के कार हादसे की परतें लगातार खुल रही हैं। अब पुलिस ने दावा किया है कि ख्यात उद्योगपति कार में पिछली सीट पर बैठे थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगा रखा था। उनकी कार एक मिनट में दो किलोमीटर से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ रही थी।
हादसे के वक्त कार को ख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनाहिता पंडोले चला रही थीं। हादसे में डॉ. पंडोले व उनके साथ आगे की सीट पर बैठे उनके पति डेरियस पंडोले गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें आज गुजरात के वापी से बेहतर इलाज के लिए मुंबई लाया गया। जबकि, पिछली सीट पर बैठे सायरस मिस्त्री और डेरियस के भाई जहांगीर पंडोले की मौत हो गई।
चरोटी चेक पोस्ट से 2.21 बजे गुजरी
सीसीटीवी फुटेज में मिस्त्री की कार रविवार दोपहर करीब 2.21 बजे पालघर में चरोटी चेक पोस्ट को पार करती दिखी। इसके बाद उसने मात्र नौ मिनट में 20 किलोमीटर की दूरी तय की। हादसा दोपहर करीब 2.30 बजे सूर्या नदी पर बने पुल पर हुआ। घटनास्थल चरोटी चेक पोस्ट से 20 किलोमीटर दूर है। इस तरह मोटे रूप में मानें तो हादसे के वक्त कार की रफ्तार 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
आरंभिक पुलिस रिपोर्ट के मुख्य अंश
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- सायरस मिस्त्री को मृत हालत में अस्पताल लाया गया था।
- उनके साथ पिछली सीट पर बैठे जहांगीर पंडोले की इलाज के दौरान मौत हुई।
- सायरस मिस्त्री के सिर में चोट लगी थी, जबकि जहांगीर के पैर व सिर में।
- सायरस और जहांगीर ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखा था।
- प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार मिस्त्री की कार एक दूसरे वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश कर रही थी, इसी दौरान डॉ. पंडोले उस पर नियंत्रण खो बैठीं।
आगे की सीट पर बैठे दोनों लोगों की जान एयरबैग खुलने के कारण बची।
डॉ. पंडोले व उनके पति डेरियस दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उनका इलाज चल रहा है।