बिहार का सियासी घटनाक्रम रोज नई करवट ले रहा है। नीतीश का बीजेपी को छोड़ राजद के साथ मिलकर सरकार बनाना। नए मंत्रिमंडल के गठन के साथ ही कुछ मंत्रियों को लेकर विवाद बढ़ जाना है। ये सब चल ही रहा था कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और कभी नीतीश के बेहद करीब माने जाने वाले आरसीपी सिंह ने ऐलान कर दिया कि वो बीजेपी ज्वाइन करेंगे। इससे पहले वो नालंदा के सिलाव में भगवामय नजर आए थे। जिसके बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चा चल पड़ी थी। आरसीपी सिंह ने एक निजी चैनल से बात करते हुए एक बार फिर से दोहराया कि नीतीश सात जन्म में प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं। इसके साथ ही आरसीपी ने कहा कि नीतीश की सहमति से ही केंद्र में मंत्री बना था। ललन सिंह को भी इस बात की जानकारी थी। आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार झूठ बोल रहे हैं। इसके साथ ही आरसीपी सिंह ने साफ कर दिया कि मैं बिल्कुल बीजेपी ज्वाइन करूंगा। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने दावा किया था कि आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल जाने को लेकर उनकी मंजूरी नहीं थी। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अधिक सीटें मांगे जाने पर बीजेपी ने उस वक्त जेडीयू से कहा था कि वह सिर्फ एक ही मंत्री पद दे सकती है क्योंकि शिव सेना को भी एक ही मंत्री पद दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बगैर उनकी मंजूरी के आरसीपी सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।