कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आखिरी दिन भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा कायम रहा। सबसे ज्यादा बैडमिंटन खिलाड़ियों ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाए। गेम्स की बैडमिंटन पुरुष युगल स्पर्धा में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग सेट्ठी ने स्वर्णिम इतिहास रचा। 2018 के गोल्ड कोस्ट में इसी प्रतिस्पर्धा में सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों ने बर्मिंघम में गोल्ड पर निशाना लगाया और उसे हासिल भी किया।
इस मुकाबले में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग सेट्ठी ने अपने प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के बेन लेन और सीन वेंडी को 21-15, 21-13 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले बैडमिंटन महिला और पुरुष एकल में पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन ने स्वर्णिम इतिहास रचा।
पीवी सिंधु का कमाल
स्टार शटलर पीवी सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के महिला एकल के फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को पटकनी दे दी है। आपको बता दें कि दुनिया की 7वें नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधु ने 13वें नंबर की खिलाड़ी मिशेल ली को 21-15, 21-13 से हराकर 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफाइनल में उनके खिलाफ मिली हार का बदला भी चुकता कर गोल्ड मेडल जीता।
अचंता शरथ कमल ने जीता गोल्ड
बैडमिंटन के बाद टेबल टेनिस में भी भारतीयों ने अपना जलवा दिखाया। टेबल टेनिस में पुरुष एकल फाइनल मुकाबले में अचंता शरथ कमल ने भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। इस मुकाबले में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाड़ी को पहला सेट हारने के बाद 4-1 से मात दी। अचंता शरथ कमल के अलावा जी साथियान ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। जी साथियान ने पुरुष एकल ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में इंग्लैंड के पॉल ड्रिंकहॉल को 4-3 से हराया।