जम्मू कश्मीर के राजौरी में हाल में ही आतंकवादी घटना देखने को मिली। आतंकवादियों ने हिंदुओं को निशाना बनाने की कोशिश की है। इस आतंकी घटना में रविवार को फायरिंग हुई जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई। इसके ठीक 1 दिन बाद डांगरी गांव में आतंकवादी हमले में एक बच्चे की भी मौत हो गई। अब इसको राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में कहा कि यह एक दिल दहला देने वाली घटना है और परिवारों के लिए बड़ी क्षति है। भगवान उन्हें शक्ति दे। इसके साथ ही उन्होंने बिना नाम लिए भाजपा पर निशाना साधा। महबूबा ने कहा कि ऐसे मामलों में एक समूह को हिंदू और मुस्लिम कथाओं से लाभ होता है, उन्हें देश में नफरत फैलाने का मौका मिलता है। महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू ने इसे सेक्युलर देश बनाया। यह और बात है कि इसे गोडसे का मुल्क बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां मुसलमान रोज़ ही मरते हैं लेकिन जहां हमारे हिंदू भाई मरते हैं उसका फायदा एक खुसुसी जमात उठाती है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कश्मीर सहित भारत एक धर्मनिरपेक्ष जगह है लेकिन यह अलग बात है कि इसे अब गोडसे का राष्ट्र बनाया जा रहा है। आपको बता दें कि डांगरी गांव में आतंकवादी हमले के पीड़ितों में से एक के घर के पास सोमवार को एक आईईडी विस्फोट में चार साल के एक बच्चे की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। राजौरी जिले के एक गांव में रविवार की शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने एक समुदाय विशेष के लोगों के तीन मकानों पर गोलीबारी की। अधिकारियों ने बताया कि घटना में चार लोग मारे गए हैं, जबकि छह अन्य घायल हो गए हैं।जम्मू-कश्मीर की इसी घटना पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ये बहुत दुख की बात है कि आतंकवाद अभी भी इस रियासत में चल रहा है। बेगुनाहों को मारा जा रहा है। पूरे देश में जिस तरह की नफरत फैलाई जा रही है, ये उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि आज मुसलमान को अलग और हिंदुओं को अलग खड़ा किया जा रहा है। कौन जिम्मेदार है? कौन नफरत फैला रहा है?… इस पर गृह मंत्रालय में रास्ता निकालने कि जरूरत है।