देश – विदेश (DID News): कश्मीर के युवाओं पर आरोप लगाया जाता था कि वह पत्थरबाज हैं लेकिन यह नहीं देखा जाता था कि उन्हें सही रास्ते पर लाने के प्रयास ही नहीं किये जाते। देखा जाये तो यह सही रास्ता क्या है शायद यह भी किसी को नहीं पता था। सही रास्ता था अनुच्छेद 370 हटाने का। 370 हटा और आज जम्मू-कश्मीर विकास की नयी बहार देख रहा है और युवा मुख्यधारा के क्षेत्रों में अपना कॅरियर बनाने के प्रयासों में जुटे हुए हैं। आज कश्मीरी युवाओं के हाथों में पत्थर नहीं नौकरी के ऑफर लैटर हैं जिससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आ रहा है।जम्मू-कश्मीर में युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए केंद्र और स्थानीय प्रशासन तेजी से विभिन्न कदम उठा रहा है।
इसी कड़ी में अमर सिंह कॉलेज में मेगा जॉब फेयर का आयोजन किया गया। इस रोजगार मेले में कश्मीर संभाग के शिक्षित बेरोजगार युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। हम आपको बता दें कि यह रोजगार मेला एक ऐसा मंच था जहां कंपनियों के प्रतिनिध रोजगार चाह रहे युवाओं से सीधे बातचीत और साक्षात्कार के लिए मौजूद थे।
इस रोजगार मेले में 40 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया। कश्मीर संभाग के सभी 10 जिलों से लगभग 2000 युवा इस आयोजन में पहुँचे और अपना पंजीकरण कराने के बाद कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत की।रोजगार मेले के दौरान बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरी प्रदान की गयी और मौके पर ही ऑफर लैटर सौंपे गये।
कई कंपनियों ने युवाओं को प्रशिक्षण के लिए भी चुना ताकि उनका कौशल बढ़ाकर उन्हें उसी क्षेत्र में रोजगार का अवसर प्रदान किया जाये। प्रभासाक्षी संवाददाता ने जब रोजगार मेले में आये सरकारी अधिकारियों और प्रतिभागियों से बातचीत की तो सभी ने कहा कि ऐसे आयोजनों की संख्या बढ़नी चाहिए ताकि कश्मीर से बेरोजगारी दूर हो सके। कई युवाओं ने यह भी कहा कि रोजगार नहीं होने के चलते कई युवा डिप्रेशन में चले जाते हैं या गलत रास्ते पर चले जाते हैं अथवा ड्रग्स का सेवन शुरू कर देते हैं। युवाओं ने कहा कि रोजगार होगा तो कोई नहीं भटकेगा।