रूस-यूक्रेन युद्ध के विस्फोटक हो जाने पर भारत ने जताई चिंता

देश – विदेश (DID News): रूस और यूक्रेन के बीच एक बार फिर से युद्ध की स्थिति तेज हो गई है। यूक्रेन का दावा है कि रूस की ओर से जो ताजा हमले किए गए हैं, उसमें कीव में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य लोग घायल हो गए। वहीं, दोनों देशों के बीच तेज हुई युद्ध के बात भारत में एक बार फिर से अपनी चिंता व्यक्त की है। भारत में साफ तौर पर कहा है कि बातचीत के जरिए ही दोनों देशों के समस्याओं का समाधान होना चाहिए।

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यूक्रेन में संघर्ष के भड़कने से भारत काफी चिंतित है जिसमें आधारभूत ढांचे को निशाना बनाया गया और नागरिकों की मौत हुई। मंत्रालस के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम दोहराते हैं कि शत्रुता बढ़ाना किसी के हित में नहीं है। हम शत्रुता को तत्काल समाप्त करने और कूटनीति और संवाद के रास्ते पर तत्काल लौटने का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा कि संघर्ष की शुरूआत के बाद से भारत ने सतत रूप से कहा है कि वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों, अंतरराष्ट्रीय कानून एवं सभी देशों की सम्प्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के आधार पर चलती है।

आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से अपेक्षाकृत शांति के बाद सोमवार को यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों में रूस की ओर से मिसाइल हमले किए गए। रूस के राष्ट्रपति  व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन पर रूस का हमला उसके आतंकी कृत्यों के जवाब में किया गया है। गौरतलब है कि रूस ने सोमवार को यूक्रेन की राजधानी कीव समेत उसके कई शहरों पर हमला किया जिसमें नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। राजधानी कीव में हमलों में आठ लोगों की जान जाने की खबर है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बाद में कहा कि यूक्रेन पर हमले मास्को नियंत्रित क्रीमिया प्रायद्वीप के एक पुल पर हमले समेत कीव की “आतंकवादी” कार्रवाई के जवाब में किए गए। कई घंटों तक चलने वाले भीषण हमले ने मास्को द्वारा अचानक सैन्य हमलों को तेज किए जाने को परिलक्षित किया है। इससे एक दिन पहले ही पुतिन ने शनिवार को रूस को क्रीमिया के कब्जे वाले क्षेत्र से जोड़ने वाले विशाल पुल पर विस्फोट को यूक्रेनी विशेष सेवाओं द्वारा नियोजित एवं अंजाम दिया गया एक “आतंकवादी कृत्य” कहा था।

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