Lok Sabha में Amit Shah ने कहा, सरकार मणिपुर पर चर्चा को तैयार

मणिपुर हिंसा को लेकर राजनीति जबरदस्त तरीके से जारी है। संसद में विपक्षी दल इस पर हंगामा मचा रहे हैं। विपक्षी दलों के शोर-शराबे की वजह से संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। लोकसभा में भी आज जबरदस्त हंगामा हुआ। हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने साफ तौर पर कहा है कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन विपक्ष का हंगामा बरकरार रहने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। हालांकि तीनों दिन मणिपुर हिंसा को लेकर हंगामा जारी रहा।

अमित शाह ने क्या कहा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं इस पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं। मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें। यह जरूरी है कि देश को इस संवेदनशील मामले की सच्चाई पता चले। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि विपक्ष संसद में चर्चा क्यों नहीं होने दे रहा। लोकसभा में सदन के उपनेता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि मणिपुर जैसी घटना के प्रति जो चर्चा होनी चाहिए, उसके लिए प्रतिपक्ष गंभीर नहीं है। वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इस विषय पर पहले ही अपनी पीड़ा व्यक्त कर चुके हैं, सदन के उपनेता राजनाथ सिंह जी कह चुके हैं कि सरकार चर्चा को तैयार है। उन्होंने कहा कि जब सरकार तैयार है तो वे (विपक्ष) चर्चा से क्यों भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के अनेक सदस्यों ने चर्चा कराने का आग्रह किया है लेकिन विपक्ष चर्चा करना नहीं चाहता।

लोकसभा स्थगित

मणिपुर के मुद्दे पर सोमवार को लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न करीब दो बजकर 35 मिनट पर मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सरकार ने सोमवार को लोकसभा में हंगामे के बीच ‘राष्ट्रीय परिचर्या और प्रसूति विद्या आयोग विधेयक, 2023’ पेश किया जिसमें परिचर्या और प्रसूति विद्या पेशेवरों (नर्सिंग एवं मिडवाइफरी) संबंधी शिक्षा एवं सेवा मानकों के विनियमन, संस्थाओं के मूल्यांकन तथा राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय रजिस्टर के रख-रखाव का उपबंध किया गया है। लोकसभा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने ‘राष्ट्रीय परिचर्या और प्रसूति विद्या आयोग विधेयक, 2023’ पेश किया।

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