दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए आज शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। चुनाव प्रचार थमने से महज कुछ घंटे पहले भाजपा ने साप्ताहिक बाजारों में रेहड़ी लगाने वालों को नियमित करने का बड़ा ‘वादा’ किया तो वहीं आम आदमी पार्टी ने भी बाजारों का विकास करने का वादा किया। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि दिल्ली में 11 जोन हैं जहां पर रात्रि बाजार लगेंगे और विशेष महिला बाजार भी लगाए जाएंगे। उन्होंने रेहड़ी-पटरी वालों की वसूली से रक्षा करने का भरोसा देते हुए वादा किया कि उन्हें सभी सुविधाएं दी जाएंगी। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निगम की सत्ता मिलने पर हम लाइसेंस सारा खत्म कर देंगे या ऑनलाइन कर देंगे। अब देखना होगा कि जनता किसके वादे पर अपनी मुहर लगाती है यानि ईवीएम का बटन दबाती है।
निगम चुनावों से जुड़ी अन्य बड़ी खबरों की बात करें तो आपको बता दें कि मतदान के दिन चार दिसंबर को मेट्रो की सभी लाइन पर ट्रेन सेवाएं तड़के चार बजे से शुरू होंगी। एमसीडी के सभी 250 वार्ड पर रविवार सुबह आठ बजे मतदान शुरू होगा और शाम साढ़े पांच बजे समाप्त होगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने एक बयान में कहा, “चार दिसंबर को दिल्ली नगर निगम चुनाव के दिन दिल्ली मेट्रो की सभी लाइन पर ट्रेन सेवाएं तड़के चार बजे से शुरू होंगी।” बयान में कहा गया है, “सुबह छह बजे तक सभी लाइन पर 30-30 मिनट के अंतराल पर ट्रेन चलेंगी। सुबह छह बजे के बाद रविवार की सामान्य समय सारिणी के अनुसार ट्रेन चलेंगी।”
वहीं, राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले निकाय चुनावों में दिल्ली पुलिस का जोर निगरानी बढ़ाने, सांप्रदायिक तनाव की आशंका पर लगाम लगाने और प्रत्याशियों को अवैध माध्यमों से ‘मतदाताओं को लुभाने’ से रोकने पर है। दिल्ली में तेज हुई राजनीतिक सरगर्मी के बीच विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की अधिकतर आबादी सिंघु से लेकर गाजीपुर तक फैले उनके अधिकार क्षेत्र वाले आठ जिलों में रहती है, लिहाजा यह इलाका विभिन्न राजनीतिक दलों का ज्यादा ध्यान आकर्षित कर रहा है। दीपेंद्र पाठक ने कहा, “पिछले छह से आठ हफ्तों से हमारी पुलिसिंग एमसीडी चुनावों पर केंद्रित है। नियमित गश्त, सतर्कता बरतने और स्थानीय स्तर पर खुफिया जानकारी जुटाने पर ध्यान दिया जा रहा है। हम सूचनाओं का मिलान कर रहे हैं और क्षेत्रवार आंकड़ों का विश्लेषण कर रणनीति तैयार कर रहे हैं…।”