अध्यक्ष का पद विचारधारा का पद’, चुनाव लड़ने के सवाल पर राहुल बोले- मैं अपने रुख पर कायम हूं

 राजनीति  (DID News); कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं का मानना है कि राहुल गांधी को एक बार फिर से पार्टी का अध्यक्ष पद संभालना चाहिए। कई राज्य समितियों की ओर से राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने को लेकर प्रस्ताव पारित हो चुके हैं। इन सबके बीच राहुल गांधी ने आज एक बार फिर से अध्यक्ष चुनाव को लेकर बड़ी बात कही है।

राहुल ने साफ तौर पर कहा है कि अध्यक्ष का पद एक संगठन का पद नहीं बल्कि अध्यक्ष का पद विचारधारा का पद है। कांग्रेस एक परिवार है और मैं अपने रुख पर कायम हूं। राहुल गांधी ने कहा कि आप एक ऐतिहासिक स्थान ले रहे हैं। एक ऐसा स्थान जो भारत के एक विशेष दृष्टिकोण को परिभाषित करती है।

कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है बल्कि यह एक वैचारिक पद है। इसलिए मेरी सलाह है कि जो कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष बने, उसे यह याद रखना चाहिए कि वह एक विचारधारा, एक विश्वास प्रणाली और भारत की दृष्टि का प्रतिनिधित्व करेगा।

राहुल ने कहा कि देश में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है। विनाशकारी बेरोजगारी है और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। ये चिंताएं सभी पदयात्रियों को प्रोत्साहित करती रहती हैं और परस्पर जुड़ी हुई भी हैं। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसी मशीन से लड़ रहे हैं जिसने इस देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा कर लिया है, जिसमें असीमित धन और लोगों को खरीदने, दबाव बनाने और धमकाने की क्षमता है। उसका नतीजा वही है जो आपने गोवा में देखा है।

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जांच एजेंसियों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ हम लड़ रहे हैं। राहुल ने भारत जोड़ो यात्रा पर कहा कि यात्रा की सफलता कुछ विचारों पर आधारित है। पहला विचार यह है कि एक भारत अखंड खड़ा है, अपने आप से युद्ध में नहीं है, अपनों से नाराज़ नहीं है, नफरत से भरा नहीं है। यह(यात्रा) कुछ ऐसा है जिसकी अधिकांश भारतीय लोग सराहना करते हैं और पसंद करते हैं।

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