देश – विदेश (DID News): पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को काफी दिनों बाद राहत मिली है। शनिवार को पाकिस्तान की अदालत ने गिरफ्तार किए पीटीआई कार्यकर्ताओं को रिहा करने का आदेश दिया है। कोर्ट के फैसले के बाद पाकिस्तान सरकार की कैबिनेट ने सुरक्षा समिति के फैसले का समर्थन किया है, जिससे पीटीआई कार्यकर्ताओं की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैं।
यह है पूरा मामला
पीटीआई नेता फारुख हबीब ने लाहौर हाईकोर्ट में गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं को रिहा करने के लिए याचिका लगाई थी। इसी मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस अनवारुल हक ने इमरान खान को राहत दी। जस्टिस अनवारुल हक ने आदेश देते हुए कहा कि पीटीआई के 123 कार्यकर्ताओं को अविलंब रिहा किया जाए।
जानिए क्या था सुरक्षा समिति का फैसला, जिसका कैबिनेट ने समर्थन किया
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने बुधवार को बैठक की थी। बैठक में अधिकारियों ने सहमति जताई कि कार्यकर्ताओं ने सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी। इसलिए तोड़फोड़ करने वाले प्रदर्शनकारियों पर सेना अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत सैन्य अदालत में मुकदमा चलाना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को बताया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में कैबिनेट ने सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी।
कोर कमांडर हाउस भी आग के हवाले कर दिया था
भ्रष्टाचार के मामले में अर्धसैनिक बल पाकिस्तान रेंजर्स ने इमरान खान को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पूरे पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में हिंसा फैल गई थी। प्रदर्शनकारियों ने सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) पर धावा बोल दिया था, जो पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार था। रावलपिंडी और लाहौर स्थित कोर कमांडर हाउस भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया था। फैसलाबाद से गिरफ्तार किए गए कुल 123 कार्यकर्ता पंजाब की अलग-अलग जेलों में बंद हैं। पुलिस के अनुसार, हिंसा में करीब 10 लोगों की मौत हुई थी। वहीं पीटीआई का दावा है कि सुरक्षाबलों की फायरिंग में उनके पार्टी के करीब 40 लोगों की मौत हो गई।
500 महिलाओं की तलाश कर रही पुलिस
पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने बताया कि हिंसा से जुड़े लगभग 138 मामलों में 500 से अधिक महिलाओं की पुलिस तलाश कर रही है। नकवी ने जोर देते हुए कहा कि उन्होंने पुरुष अधिकारियों को महिलाओं को गिरफ्तार न करने के आदेश दिए हैं। जबकि, सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ करने वालों को किसी भी कीमत में पकड़ने के लिए आदेश दिए हैं।
इमरान खान के घर से पकड़े आतंकी
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को लाहौर कैपिटल सिटी पुलिस के अधिकारी बिलाल सद्दीक काम्यान ने बताया था कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जमां पार्क स्थित आवास से भागते हुए छह आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। बिलाल काम्यान ने आगे बताया था कि इन छह आतंकियों को पकड़ने के साथ जमां पार्क से अब तक कुल 14 आतंकी गिरफ्तार किए गए हैं।
पंजाब सरकार ने आतंकी छिपे होने का किया था दावा
पाकिस्तानी पंजाब पुलिस कथित रूप से खान के घर में छिपे आतंकियों को गिरफ्तार करने के लिए सुरक्षा अभियान शुरू करने वाली है। राज्य सरकार ने खान को आतंकी सौंपने के लिए 24 घंटे का वक्त दिया था, जो अब खत्म हो चुका है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पंजाब की अंतरिम सरकार ने बुधवार को दावा किया था जमां पार्क स्थित इमरान खान के आवास में 30-14 आतंकी छिपे हुए हैं, जिन्हें सौंपने के लिए सरकार ने उन्हें 24 घंटे का वक्त दिया था। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, जमां पार्क जाने वाली सड़कों को पुलिस ने बंद कर दिया है। इलाके में पुलिस का भारी बल तैनात है। पंजाब पुलिस के मुखिया ने पुलिस को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं।
खान ने पाकिस्तान सरकार पर लगाया था पार्टी तोड़ने का आरोप
इमरान खान ने गुरुवार को एक बार फिर पाकिस्तान सरकार पर उनकी पार्टी को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। इमरान खान ने कहा था कि पिछले एक साल से पीटीआई को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन उनकी चालों से पीटीआई कमजोर नहीं बल्कि मजबूत ही होगी। खान ने कहा इस बार जो कुछ भी हो रहा है, ऐसा देश के इतिहास में कभी नहीं देखा गया है।
पाकिस्तान सरकार उनकी पार्टी को खत्म करने की लगातार कोशिश कर रही है। खान ने कहा था कि लंदन में बनाई गई योजना के बाद से ही वह मेरे और मेरी पार्टी के पीछे पड़े हैं। मुझे गिरफ्तार करके मुझे खत्म करना चाहते हैं। पीटीआई पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। सरकार ने पाकिस्तान को बर्बादी के जिस रास्ते पर खड़ा किया है, वहां से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव ही देश को सुरक्षित बाहर निकाल सकता है।
गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा एक साजिश थी
पाकिस्तानी संसद नेशनल असेंबली का मौजूदा कार्यकाल इसी साल अगस्त में अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगा। चुनाव आयोग अक्टूबर तक आम चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। खान ने 9 मई को हुए दंगों की स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है, जिसमें खान ने दावा किया है कि भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा के पीछे एक साजिश थी। खान ने कहा कि सब कुछ पहले से ही तय था। इसलिए मैं मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र आयोग का गठन करने की मांग करता हूं।