दिल्ली / एनसीआर (DID News): पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर का मामला गर्माता जा रहा है। जांच एजेंसियां उससे कई दौर की पूछताछ कर चुकी हैं लेकिन अब तक उसके पाकिस्तानी जासूस होने के कोई सुबूत नहीं मिले हैं। उसने भारत में अपने प्रेमी सचिन मीणा से शादी कर ली है और हिंदू धर्म भी अपना लिया है। यही नहीं, ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में रहने वाले आस-पड़ोस के लोगों को भी सीमा के यहां रहने से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन कुछ संगठनों की मांग है कि सीमा को वापस भेजा जाना चाहिए।
इस बीच, निर्भया मामले में दोषियों के वकील रहे एपी सिंह ने खुद को सीमा का वकील बताते हुए उसे भारतीय नागरिकता दिये जाने के लिए अर्जी दायर करने की बात कही है। वह राष्ट्रपति को सीमा की ओर से एक दया याचिका भी सौंपेंगे जिसमें मांग की गयी है कि उसे भारत में ही रहने दिया जाये और अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के लिए उसे क्षमादान दिया जाये। वकील एपी सिंह का कहना है कि पहले सीमा पार से गोली आती थी लेकिन पहली बार डोली आई है तो उसका स्वागत करना चाहिए।
उनका यह भी कहना है कि लैला मजनू की कहानी भी यहीं हुई थी और सीमा और सचिन के प्रेम की कहानी भी यहीं शुरू हुई है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीमा की सभी जांच कराई जानी चाहिए और यदि कोई सुबूत नहीं मिलता है तो उसे भारत में ही रहने देना चाहिए।
दूसरी ओर, हाल ही में एक हिंदूवादी संगठन ने सचिन के घर के बाहर प्रदर्शन कर सीमा को वापस भेजने की मांग की थी। कुछ हिंदू संगठनों का यह भी कहना है कि जबसे सीमा यहां आई है तबसे पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ गये हैं इसलिए उसे वापस भेजना चाहिए।
इस बीच, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी ने कहा है कि सचिन को सीमा का बसा बसाया घर नहीं उजाड़ना चाहिए। उन्होंने कहा है कि इस तरह शादीशुदा और बच्चों वाली महिला को प्रेम जाल में फंसा कर शादी करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सनातन की परम्परा नहीं है।
दूसरी ओर, सीमा हैदर का कहना है कि वह पाकिस्तान नहीं जायेगी क्योंकि वहां बुरी से बुरी मौत उसका इंतजार कर रही है। सीमा का कहना है कि वह भारत में ही रहेगी और अब सचिन के घर से उसकी अर्थी ही जायेगी। सीमा का यह भी कहना है कि वह जांच एजेंसियों को सबकुछ सच सच बता चुकी है और उसके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।