बिहार और झारखण्ड (DID News): कहते हैं मोहब्बत की नहीं जाती, मोहब्बत हो जाती है। मोहब्बत दो दिलों का मिलन है। इसमें ना उम्र की सीमा होती है और ना ही किसी प्रकार का बंधन। दो प्यार करने वाले स्वतंत्र होते हैं। अपने जीवनसाथी को लेकर निर्णय खुद लेते हैं और एक साथ जीने मरने की कसमें खाते हैं। कुछ ऐसा ही एक प्रेम प्रसंग झारखंड के गोड्डा में सामने आया है। इस बार दूसरों को सजा सुनाने वाले जज साहब ही प्यार की गिरफ्त में आ गए हैं। जब प्यार परवान चढ़ने लगा तो 59 साल की उम्र में जज साहब ने शादी कर ली। जज साहब की दुल्हनिया उनसे 9 साल छोटी हैं।
खास बात तो यह भी है कि जज साहब की दुल्हनिया भाजपा से जुड़ी हुई है और नेतागिरी भी करती है। जज साहब उस समय खूब सुर्खियों में आ गए थे, जब चारा घोटाला के एक मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव को सजा सुनाई थी। अगले साल जज साहब रिटायर होने जा रहे हैं। जज साहब का नाम शिवपाल सिंह है।
उन्हें कड़क मिजाज का समझा जाता है। लेकिन कड़क मिजाज वाले भी जज साहब प्यार में पड़ते ही मोम की तरह पिघलने लगे। उनकी दुल्हनिया का नाम नूतन तिवारी है जो 50 वर्ष की हैं। नूतन महिला वकील हैं और झारखंड भाजपा की तेजतर्रार नेताओं में से एक हैं। गोड्डा के वकील इस शादी के साक्षी बने। शिवपाल सिंह की पत्नी का करीब दो दशक पहले निधन हो गया था।
वहीं, नूतन तिवारी की भी पति का कुछ साल पहले निधन हो गया था।अच्छी बात यह है कि इस शादी के लिए दोनों से ही परिवार के सदस्यों ने अपनी रजामंदी दी थी। शिवपाल सिंह के दो संतान हैं। वही नूतन तिवारी की भी एक बेटी है। जज और वकील के बीच यह प्यार कब पनपा और चरम पर पहुंचा, इसकी भनक तो साथ में काम करने वाले वकीलों तक को भी पता नहीं चल पाई। 3 साल पहले शिवपाल सिंह गुड्डा कोर्ट में जज बने। इसी के बाद से दोनों की नजदीकियां बढ़ने शुरू हुई। पहले दोस्ती हुई, फिर दोस्ती प्यार में बदली और अब प्यार से दोनों शादी कर चुके हैं। दोनों की शादी 2 सितंबर को दुमका जिले के बासुकीनाथ मंदिर में हुई।