देश – विदेश (DID News): आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में देश के नेतृत्व संभालने को लेकर भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है। इस देश के 44 साल के इतिहास में ये दूसरा मौका है जब यहां कार्यकारी राष्ट्रपति का पद कार्यकाल के बीच में ही खाली होने जा रहा है। वहीं पहले तो कहा गया कि देश में आपातकाल लागू किया गया है। लेकिन फिर कार्यवाहक राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा कि देश में आपातकाल लागू नहीं किया गया है।
श्रीलंका का सरकारी टीवी बंद हुआ
श्रीलंका के सरकारी राष्ट्रीय टीवी चैनल, रूपवाहिनी कॉरपोरेशन (एसएलआरसी) को कार्यालय परिसर में घुसने और इमारत पर कब्जा करने के बाद बंद कर दिया गया है। श्रीलंका का राष्ट्रीय टीवी चैनल रूपवाहिनी कॉरपोरेशन के प्रसारण को रोका गया। कोलंबो में प्रदर्शनकारियों से अपने परिसर के घिर जाने के बाद चैनल ने प्रसारण को रोक दिया। एक प्रदर्शनकारी ने एक लाइव प्रसारण के दौरान कहा, “जब तक संघर्ष खत्म नहीं हो जाता, श्रीलंका रूपवाहिनी सहयोग केवल जन अरगालय के कार्यक्रमों का प्रसारण करेगा।
रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया
श्रीलंका के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने इस कदम के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध के बीच पीएम रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है। वर्तमान राष्ट्रपति, गोटबाया राजपक्षे ने अभी तक अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। अध्यक्ष ने कहा कि नियुक्ति संविधान के अनुच्छेद 37(1) के तहत की गई।