लद्दाख में मौजूद है भगवान बुद्ध की 30 फीट ऊंची मूर्ति

धर्म / अध्यात्म (DID News):- भारत की सबसे खूबसूरतों जगहों में लद्दाख का नाम भी शामिल है। यह देश की एक ऐसी जगह हैं, जहां पर हर महीने देशी और विदेशी पर्यटक लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। लद्दाख अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसके साथ ही यहां पर स्थित बौद्ध मठ और बौद्ध मूर्तियां भी दुनिया भर में फेमस है।

यहां पर हर महीने सैलानी फुकताल मठ, हेमिस मठ और अलची मठ में घूमने के लिए पहुंचते हैं। यहां पर मौजूद कई बौद्ध मूर्तियां हमेशा चर्चा के केंद्र में रहती है।बता दें कि लद्दाख की हसीन पहाड़ियों के बीच 30 फीट ऊंची भगवान बौद्ध की मूर्ति स्थित है। यह मूर्ति पूरी दुनिया में फेमस है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको यहां पर स्थित भगवान बुद्ध की 30 फीट ऊंची प्रतिमा से जुड़े कुछ दिलचस्प और रोचक फैक्ट्स के बारे में बताने जा रहे हैं।

यहां स्थित है 30 फीट ऊंची मूर्ति

श्रीनगर-लेह हाईवे पर फेमस और पवित्र बुद्ध मूर्ति स्थित है। श्रीनगर-लेह से कारगिल के बाद एक पर्यटक स्थल पड़ता है। पर्यटक स्थल से थोड़ी दूर पर हाइवे के किनारे एक सीधी चट्टान पर भगवान बुद्ध की 30 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण किया गया है।

 

मुल्बेक मठ का इतिहास

मुल्बेठ मठ पर ही भगवान बुद्ध की 30 फीट ऊंची मूर्ति स्थित है। मुल्बेठ मठ को मुलबेक गोम्पा के नाम से जाना जाता है। इस मठ के बारे में बताया जाता है कि यह करीब 800 साल से ज्यादा पुरानी है। कुछ लोगों का मानना है कि द्रुक्पा वंश द्वारा इसका निर्माण करवाया गया था। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि पहली सदी में कुषाण काल के दौरान इसका निर्माण हुआ था।

 

30 फीट ऊंची मूर्ति

मुल्बेक मठ में मौजूद भगवान बुद्ध की 30 फीट ऊंची मूर्ति की कहानी काफी ज्यादा रोचक है। बताया जाता है कि भगवान बुद्ध की इस अद्भुत मूर्ति का निर्माण एक विशाल पत्थर पर किया गया है। जिस चट्टान पर मूर्ति का निर्माण किया गया है कि ऊंचाई करीब 650 फीट बताई जाती है। इस मूर्ति को 30 फीट ऊंची मूर्ति को चूना-पत्थर से तैयार किया गया है।

 

लद्दाख के अन्य फेमस मठ 

लद्दाख में मुल्बेक मठ के अलावा कई अन्य फेमस मठ मौजूद हैं, जो पर्यटकों के बीच काफी ज्यादा फेमस है। लद्दाख में लामायुरु मठ, हेमिस मठ और फुकताल या फुग्ताल मठ काफी ज्यादा फेमस है। लद्दाख में कई ऐसे भी मठ हैं, जो चीनी और तिब्बती शैली में बने हैं। हर रोज हजारों देशी और विदेशी बौद्ध अनुयायी इन मठों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *